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केजरीवाल के इंसुलिन मामले पर विवाद

Arvind Kejriwal

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने जेल में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन नहीं दिए जाने का मुद्दा उठाया है। पार्टी ने कहा है कि साजिश के तहत उनको खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है। राज्य सरकार के मंत्री आतिशी व सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि इंसुलिन नहीं दिए जाने से मल्टी ऑर्गन फेल्योर हो सकता है। आतिशी ने शनिवार को अरविंद केजरीवाल की डायबिटीज और शुगर लेवल रिपोर्ट शेयर करके बड़ा दावा किया। उन्होंने तिहाड़ जेल में बंद अरविंद केजरीवाल की 12 से 17 अप्रैल तक की शुगर लेवल रीडिंग शेयर की। इसमें उनका शुगर लेवल 320 तक बढ़ा हुआ दिख रहा है।

आतिशी ने कहा है कि सीएम केजरीवाल का शुगर लेवल हाई होने के बावजूद उन्हें इंसुलिन नहीं दिया जा रहा। अगर समय से इंसुलिन नहीं मिलता है तो व्यक्ति के अंग धीरे धीरे काम करना बंद करने लगते हैं। इसी तरह सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि जेल प्रशासन उनकी अपील नहीं मान रहा है। कुल मिलाकर, यह केजरीवाल को खत्म करने की साजिश है। आतिशी ने लिखा- अगर इतने हाई शुगर लेवल पर इंसुलिन नहीं दी जाएगी, तो व्यक्ति को धीरे- धीरे मल्टी ऑर्गन फेल्योर हो सकता है। यह कैसी क्रूर सरकार है जो डायबिटीज के मरीज को इंसुलिन देने से मना कर रही है।

आतिशी ने यह भी पूछा कि जेल प्रशासन ने ईडी को केजरीवाल के खाने की रिपोर्ट क्यों ईमेल की? उन्होंने आरोप लगाया कि अंग्रेजों की तरह कैदियों का खाना और दवाएं रोकने की साजिश अरविंद केजरीवाल के साथ मोदी सरकार कर रही है। सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि कुल मिलाकर, यह केजरीवाल को खत्म करने की साजिश है, ताकि उनके कई अंग खराब हो जाएं और दो चार महीने बाद जब वे जेल से बाहर आएं तो किडनी, हार्ट का इलाज कराने चले जाएं।

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