नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को लद्दाख के पर्यावरणविद् सोनम वांगचुक को हिरासत में लेने के लिए सरकार की आलोचना की और कहा कि ऐसी कार्रवाई अलोकतांत्रिक और अस्वीकार्य है। श्री गांधी ने वांगचुक की हिरासत को अस्वीकार्य बताते हुए कहा कि मोदी का यह ‘चक्रव्यूह और अहंकार’ भी टूटेगा। उन्होंने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा “पर्यावरण और संवैधानिक अधिकारों के लिए शांतिपूर्वक मार्च कर रहे वांगचुक जी और सैकड़ों लद्दाखियों को हिरासत में लेना अस्वीकार्य है। उन्होंने आगे कहा “लद्दाख के भविष्य के लिए खड़े होने वाले बुजुर्ग नागरिकों को दिल्ली की सीमा पर हिरासत में क्यों लिया जा रहा है? मोदी जी, किसानों की तरह, यह चक्रव्यूह भी टूट जाएगा, और आपका अहंकार भी टूट जाएगा। आपको लद्दाख की आवाज सुननी होगी। श्री खरगे (Kharge) ने एक्स पर लिखा सत्ता के नशे में चूर मोदी सरकार के अहंकार ने लद्दाख से शांतिपूर्वक दिल्ली मार्च कर रहे नागरिकों के एक समूह को हिरासत में लिया है। यह एक कायरतापूर्ण कार्रवाई के अलावा और कुछ नहीं है और बहुत अलोकतांत्रिक है।
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उन्होंने कहा “लद्दाख में, संविधान की छठी अनुसूची के अंतरग्त आदिवासी समुदायों (Tribal Communities) की सुरक्षा के लिए व्यापक आह्वान के साथ, जन समर्थन की लहर बढ़ रही है। इसके बजाय मोदी सरकार अपने करीबी दोस्तों को लाभ पहुंचाने के लिए लद्दाख के पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील हिमालयी ग्लेशियरों का दोहन करना चाहती है।इस घटना से हमें पता चलता है कि मोदी सरकार की निरंकुशता के खिलाफ लड़ाई खत्म नहीं हुई है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal ने भी सरकार की आलोचना की और कहा “वांगचुक जी की गिरफ्तारी दर्शाती है कि सरकार अपने अधिकारों के लिए बोलने वाले किसी भी व्यक्ति से डरती है। लद्दाख को चुप करा दिया गया है, उसके लोकतांत्रिक अधिकारों को छीन लिया गया है और उसे बड़े निगमों को सौंपेने की तैयारी हो रही है। उन्हाेंने कहा, “यह विरोध प्रदर्शन महीनों पुराना है और भाजपा यह सोचकर मूर्खता कर रही है कि इस तरह की कायरतापूर्ण हरकतें उन लोगों को रोक देंगी जो गांधीवादी अभियान पर निकले हैं। मोदी सरकार उन पापों को दोहराने पर आमादा है उनके पतन का कारण बना है।