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‘ज्ञान पोस्ट’ के जरिए हर व्यक्ति तक पहुंचेगी शिक्षा: ज्योतिरादित्य सिंधिया

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Guwahati, Feb 25 (ANI): Union Minister of Communications Jyotiraditya Scindia delivers a lecture on 'I-WAY TO VIKSIT ASSAM' during the Advantage Assam 2.0 infrastructure and investment summit, in Guwahati on Tuesday. (ANI Photo)

केंद्र सरकार ने देश भर के पोस्ट ऑफिस के जरिए शैक्षिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक पुस्तकों की डिलीवरी को किफायती बनाने के लिए एक नई सेवा ‘ज्ञान पोस्ट’ की घोषणा की है।

‘ज्ञान पोस्ट’ सेवा 1 मई से पूरे भारत के सभी विभागीय डाकघरों में चालू हो जाएगी। 

संचार मंत्रालय के अनुसार, यह सेवा शिक्षा का समर्थन करने और देश के हर हिस्से में शिक्षार्थियों तक पहुंचने के लिए भारतीय डाक की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

टेक्स्ट बुक से लेकर सांस्कृतिक पुस्तक सबसे दूरदराज के गांव या कस्बे तक भी पहुंच सके इसके लिए ज्ञान पोस्ट को तैयार किया गया है।

केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि “नई शिक्षा नीति और पाठ्यक्रम के तहत, ‘ज्ञान पोस्ट’ यह सुनिश्चित करेगा कि शिक्षा हर व्यक्ति तक पहुंचे।

ज्ञान पोस्ट को सीखने और ज्ञान-साझाकरण का समर्थन करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह सर्विस भारत के विशाल डाक नेटवर्क के माध्यम से पुस्तकें और मुद्रित शैक्षिक सामग्री भेजने के लिए किफायती विकल्प प्रदान करती है।

इस सेवा की कीमत व्यापक पहुंच को प्रोत्साहित करने के लिए तय की गई है।

‘ज्ञान पोस्ट’ सेवा 1 मई से शुरू

‘ज्ञान पोस्ट’ के तहत भेजी जाने वाली पुस्तकों और मुद्रित शैक्षिक सामग्रियों को ट्रैक किया जा सकेगा और लागत प्रभावी डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए सरफेस मोड के माध्यम से परिवहन किया जा सकेगा।

पैकेजों को बेहद किफायती दरों पर भेजा जा सकता है, 300 ग्राम तक के पैकेट के लिए केवल 20 रुपए से कीमत शुरू हो जाती है। वहीं, 5 किलोग्राम तक के पैकेट के लिए अधिकतम 100 रुपए कीमत रखी गई है।

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केवल गैर-वाणिज्यिक, शैक्षिक सामग्री ही ‘ज्ञान पोस्ट’ के जरिए पोस्ट की जा सकेंगी।

व्यावसायिक या वाणिज्यिक प्रकृति के प्रकाशन और विज्ञापन (आकस्मिक घोषणाओं या पुस्तक सूचियों के अलावा) वाले प्रकाशन इस सेवा के तहत स्वीकार नहीं किए जाएंगे।

मंत्रालय के अनुसार, प्रत्येक पुस्तक पर निर्धारित शर्तों के अनुसार मुद्रक या प्रकाशक का नाम होना चाहिए।

‘ज्ञान पोस्ट’ के माध्यम से, भारतीय डाक सार्वजनिक सेवा के प्रति अपनी स्थायी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है, जिससे शिक्षा की खाई को पाटने में मदद मिलती है। 

भारतीय डाक सीखने के संसाधनों को अधिक सुलभ और किफायती बनाकर पूरे देश में व्यक्तियों और समुदायों को सशक्त बनाने का काम कर रहा है।

Pic Credit : ANI

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