चंडीगढ़। हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी के अंदर टिकट बंटवारे को लेकर पहले से बगावत चल रही थी और अब एक वरिष्ठ नेता ने मुख्यमंत्री पद की दावेदारी करके पार्टी को मुश्किल में डाला है। हरियाणा के पूर्व गृहमंत्री और अंबाला कैंट के भाजपा उम्मीदवार अनिल विज ने रविवार को मुख्यमंत्री पद पर दावा ठोका। हालांकि इसके तुरंत बाद पार्टी के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उनकी दावेदारी को खारिज करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के चेहरे पर ही पार्टी चुनाव लड़ रही है और चुनाव के बाद वे ही सीएम बनेंगे।
इससे पहले अनिल विज ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें उन्होंने विधायक और मंत्री रहते हुए कराए गए अपने काम गिनवाए। विज ने कहा- मैं सबसे सीनियर नेता हूं। अपनी सीनियरिटी के दम पर मुख्यमंत्री बनने का दावा पेश करूंगा। पार्टी बनाती है या नहीं, यह उनका फैसला है। विज से पहले गुरुग्राम से सांसद और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी मुख्यमंत्री पद के लिए अपना दावा पेश कर चुके हैं। हालांकि चुनाव की घोषणा से बहुत पहले जून में ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पंचकूला में नायब सैनी के चेहरे पर हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था।
बहरहाल, रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में विज ने कहा- सारे हरियाणा से लोग आ रहे हैं। मैं जहां जहां गया, लोग कह रहे हैं कि आप सीनियर हो, सीएम क्यों नहीं बने? मैं उन लोगों की मांग पर अपनी सीनियरिटी के दम पर मुख्यमंत्री बनने का दावा पेश करूंगा। पार्टी बनाती है या नहीं, यह उनका फैसला है। विज ने आगे कहा- मैंने आज तक कोई पद नहीं मांगा, लेकिन आज दावा पेश कर रहा हूं। अगर पार्टी ने मुझे सीएम बना दिया तो मैं हरियाणा की तकदीर बदल दूंगा, तस्वीर बदल दूंगा।
गौरतलब है कि इस साल हुए लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने मनोहर लाल खट्टर को हटा कर नायब सैनी को हरियाणा का मुख्यमंत्री बनाया था। तब भी सैनी की ताजपोशी से अनिल विज नाराज हो गए थे। उनकी नाराजगी कई मीटिंग्स में खुलकर नजर आई थी। गौरतलब है कि भाजपा ने पंजाब की बजाय पिछड़ा समाज के नेता को मुख्यमंत्री बना कर 30 फीसदी से ज्यादा आबादी वाले पिछड़ा समुदाय को साधने का प्रयास किया है।