अमृत युवा कलोत्सव में दिखी भारत की सांस्कृतिक विरासत

अमृत युवा कलोत्सव में दिखी भारत की सांस्कृतिक विरासत

जम्मू। संगीत नाटक अकादमी अकादमी, जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) कला, संस्कृति एवं भाषा अकादमी, गढ़धारी लाल डोगरा मेमोरियल डिग्री कॉलेज, हीरानगर (Garhdhari Lal Dogra Memorial Degree College, Hiranagar) के सहयोग से जम्मू में तीन दिवसीय अमृत युवा कलोत्सव (Amrit Yuva Kalotsav) का आयोजन कर रही है। इसमें जम्मू-कश्मीर और लद्दाख सहित देश के विभिन्न हिस्सों के कलाकार भाग ले रहे हैं। समारोह के दूसरे दिन शनिवार को लद्दाख, कश्मीर और दिल्ली के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया। अमृत युवा कलोत्सव संगीत नाटक अकादमी (Amrit Yuva Kalotsav Sangeet Natak Akademi) की प्रदर्शन कला में युवाओं की रुचि को पुनर्जीवित करने की अनूठी पहल है। भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में देशभर के विभिन्न स्थानों पर कुल 75 दिनों तक प्रस्तुतियां होंगी। 

शनिवार को लद्दाख के कलाकारों ने सर्वश्रेष्ठ यिन संस्कृति की प्रस्तुति दी। उसके बाद, बिलाल अहमद गनई और उनकी टीम ने एक सूफी कलाम (Sufi Kalam) प्रस्तुत किया, जो जम्मू और कश्मीर में खेले जाने वाले संगीत के सबसे लोकप्रिय रूपों में से एक है। इस दिन दिल्ली के वासुकी नाट्याशाला द्वारा कथक प्रदर्शन और स्वीट स्क्रीन प्रोडक्शंस, श्रीनगर द्वारा ‘रौफ’ नृत्य भी प्रस्तुत किया गया, जिसने कार्यक्रम में उपस्थित सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। रविवार को अमृत युवा कलोत्सव (Amrit Yuva Kalotsav) के अंतिम दिन वाराणसी के रोहित मिश्रा (Rohit Mishra) और राहुल मिश्रा (Rahul Mishra) की प्रस्तुति होगी, इसके बाद गीतरू लोक संगीत (Geetru Folk Music) और नृत्य होगा। इस कार्यक्रम का उद्घाटन शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) ने किया। (आईएएनएस)

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