nayaindia CPI mass movement against police stone mafia Mahendra Pathak झारखंड में पुलिस और पत्थर माफिया गठजोड़ के विरोध में सड़क पर उतरेगी भाकपा
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झारखंड में पुलिस और पत्थर माफिया गठजोड़ के विरोध में सड़क पर उतरेगी भाकपा

ByNI Desk,
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रांची। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party of India) के प्रदेश सचिव महेंद्र पाठक (Mahendra Pathak) ने कहा कि पलामू जिले में पत्थर माफियाओं (stone mafia) का बोलबाला चरम पर है और छतरपुर हरिहरगंज सहित कई इलाके में बड़े-बड़े पत्थर के माइंस अवैध रूप से चलाया जा रहा है। श्री पाठक और पार्टी के जिला सचिव अजय कुमार सिंह ने आज यहां कहा कि दलितों और आदिवासियों (Tribal) के जमीन को जबरन लूट कर उसमें पत्थर की खदानें खोली जा रही है। बड़े-बड़े माफिया इस गठजोड़ में शामिल हैं।

बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाने के लिए 14 अप्रैल को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ साथी सूरज पत सिंह, के डी सिंह, जिला सचिव रुचिर कुमार तिवारी नौडीहा गए थे लेकिन एक साजिश के तहत उन पर, उग्रवादी और आतंकवादियों की तरह नौडीहा थाना प्रभारी के द्वारा मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है, लगता है कि थाना प्रभारी को मानसिक संतुलन खराब हो चुका है। पत्थर माफियाओं के प्रभाव में आकर नौडीहा बाजार थाना प्रभारी अमन कुमार के द्वारा कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं पर मुकदमा दर्ज करना यह साफ झलक रहा है कि किस तरह से पुलिस के संरक्षण में अवैध माइनिंग (illegal mining) क्षेत्र में हो रहा है। माफियाओं के कार्यकर्ता के रूप में वहां की पुलिस काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारे नेताओं पर एक साथ दो दो मुकदमा दर्ज किया गया है, जो फर्जी है और मनगढ़ंत है।

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी पलामू जिला पुलिस अधीक्षक से मांग करती है की पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर किया गया मुकदमा तुरंत वापस ले अन्यथा बाध्य होकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी पुलिस माफिया गठजोड़ के खिलाफ आंदोलन तेज करेगी। श्री पाठक ने कहा कि राज्य में जल जंगल जमीन की लूट हो रही है। जिला प्रशासन की नाक के नीचे सारे अंजाम दिए जा रहे हैं। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी गरीबों दलितों पीड़ितों शोषित के सवाल पर लगातार लड़ती रही है, आगे भी लड़ती रहेगी। अगर पार्टी के नेताओं को फंसाने की कोशिश जिला प्रशासन करेगी तो प्रशासन के विरुद्ध भी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी सड़कों पर उतरेगी। जिसका खामियाजा सरकार एवं जिला प्रशासन को भुगतना पड़ेगा। इसीलिए अभिलंब थाना प्रभारी नौडीहा बाजार को मुअत्तल कर, पलामू एसपी संज्ञान में लेकर के फर्जी मुकदमा वापस ले। (वार्ता)

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