भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में रेल सुविधाएं बढ़ाने के लिए यह अच्छी खबर है। राज्य के हिस्से में साढ़े 13 हजार करोड़ से ज्यादा की राशि का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने रेल बजट 2023-24 में मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) को राशि के आवंटन पर प्रतिक्रिया व्यक्ति करते हुए कहा कि वर्ष 2009 से 2014 के औसत आवंटन 632 करोड़ रुपए से बढ़कर वर्ष 2023-24 का आवंटन 13607 करोड़ रुपए है। जो 21.5 गुना अधिक है। इस बजट आवंटन से मध्यप्रदेश राज्य में विभिन्न रेल परियोजनाओं (Rail Project) एवं अधो-संरचनात्मक कार्यों के साथ-साथ रेलवे के आधुनिकीकरण को गति मिलेगी।
मध्यप्रदेश में वर्तमान में 86 हजार 336 करोड़ रुपए की लागत के 40 रेल प्रोजेक्ट में 6,759 किलोमीटर के कार्य चल रहे हैं। राज्य में अमृत भारत स्टेशन स्कीम (Amrit Bharat Station Scheme) में मध्यप्रदेश के 80 रेलवे स्टेशन विश्व-स्तरीय स्तर के बनाए जाने वाले है। वहीं भोपाल, सिंगरौली, खजुराहो, बीना, जबलपुर, सतना और उज्जैन रेलवे स्टेशन का टेक्नो इकानॉमिक्स फिजिबिल्टि (Techno Economics Physicality) अध्ययन शुरू कर दिया गया है। वर्ष 2014 से 971 रेल फ्लाई ओवर और अंडर ब्रिज का निर्माण करवाया गया। वन स्टेशन-वन प्रोडक्ट के स्टॉल 47 रेलवे स्टेशन पर खोलने की योजना है।
उल्लेखनीय है कि 100 करोड़ की लागत से भोपाल (Bhopal) में रानी कमलापति स्टेशन (Rani Kamlapati Station) का विकास किया जा चुका है। साथ ही ग्वालियर रेलवे स्टेशन के लिये 535 करोड़ रुपए का टेण्डर पारित हो चुका है। इंदौर के लिये 340 करोड़ और खण्डवा रेलवे स्टेशन (Khandwa Railway Station) के लिये 300 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का टेण्डर प्रक्रियाधीन है।