भोपाल। प्रदेश के दोनों ही प्रमुख दलों भाजपा और कांग्रेस ने जो अभियान चलाएं अब उसकी समीक्षा करके अभियानों में आई समस्याओं का समाधान निकाला जाएगा, जिससे सत्ता का रास्ता आसान हो सके। भाजपा जगह विकास यात्रा की समीक्षा 26 और 27 फरवरी को राजधानी भोपाल में करेगी। वहीं कांग्रेस “हाथ से हाथ जोड़ो” अभियान की समीक्षा रायपुर अधिवेशन के दौरान करेगी।
दरअसल, चुनावी वर्ष में प्रवेश कर चुके प्रदेश के दोनो ही प्रमुख दलों ने इन अभियानो के माध्यम से अपनी मजबूत स्थिति बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है लेकिन इसके बावजूद भी जिस तरह की खबरें आई है। उससे दोनों ही दलों के नेता एक बार पूरी समीक्षा करना चाहते हैं जिससे कि एक ऐसा रोड मैप तैयार कर सकें जो सत्ता की सीढ़ियों को चढ सके। इसके लिए सत्तारूढ़ दल भाजपा ने सभी विधानसभा क्षेत्रों में विकास यात्रा 5 फरवरी से निकाली जो कि कल 25 फरवरी को समाप्त हो रही है और 26 तारीख को भाजपा ने प्रदेश कार्यालय में एक बड़ी बैठक बुलाई है। जिसमें जिला प्रभारी जिला अध्यक्ष संभाग प्रभारी को विकास यात्रा की रिपोर्ट लेकर आना है। वैसे तो माध्यमों से पार्टी नेताओं तक विकास यात्रा की खबरें पहुंच चुकी है लेकिन बिंदुवार और सिलसिलेवार समीक्षा करने के लिए इस बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। खासकर उन क्षेत्रों में जहां विकास यात्रा का विरोध हुआ है। बहुत कम ऐसे क्षेत्र रहे विकास यात्रा उत्साही वातावरण में निकाली गई जिन क्षेत्रों विकास यात्रा को विरोध का सामना करना पड़ा है। उन क्षेत्रों में बूथ विस्तारक अभियान दो के तहत फोकस बनाकर काम किया जाएगा।
26 और 27 फरवरी को प्रदेश कार्यालय में होने वाली बैठकों में प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश और प्रदेश प्रभारी मुरलीधर के भी रहने की संभावना है। उसके पहले आज सतना में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भाजपा नेताओं की बैठक लेंगे। माना जा रहा है चुनावी दृष्टि से आगे की ठोस रणनीति बनाने की दिशा में इन बैठकों को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
वहीं दूसरी ओर प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने हाथ से हाथ जोड़ो अभियान को बेहद महत्वपूर्ण मानकर संचालित किया है लेकिन इसके बावजूद कुछ ऐसे भी क्षेत्र रहे जहां अभियान की औपचारिकता की गई। यही कारण है कि भले ही घोषित ना किया गया हो लेकिन रायपुर में होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन में मध्य प्रदेश के जिला अध्यक्षों को हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की रिपोर्ट लाने को कहा है। इस अभियान को लेकर प्रदेश कांग्रेश भी सक्रिय है और सभी जिला अध्यक्षों को रिपोर्ट के साथ रायपुर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। माना जा रहा है कि यहां पर प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के साथ दिल्ली के कुछ नेता जो इस अभियान को लगातार देख रहे हैं उनके साथ समीक्षा करेंगे और जहां इस अभियान में कमी रह गई है वहां और अवसर दिया जाएगा और इसे लगातार तब तक पहुंचाया जाएगा जब तक हर घर तक यह अभियान ना पहुंच जाए
कुल मिलाकर विधानसभा के आम चुनाव की दृष्टि से भाजपा का विकास यात्रा का अभियान और कांग्रेसका हाथ से हाथ जोड़ो अभियान महत्वाकांक्षी अभियान है। इसके बावजूद इन अभियानों के दौरान जो समस्याएं आए हैं उनके क्या समाधान हो सकते हैं इसके लिए दोनों ही दल अपने अपने स्तर पर समीक्षा करेंगे।