भोपाल। इंदौर (Indore) के एक निजी फार्मेसी कॉलेज के प्राचार्य (Principal), जिन्हें 20 फरवरी को एक पूर्व छात्र ने आग के हवाले कर दिया था और वह 80 प्रतिशत जल चुके थे। उनका शनिवार को एक अस्पताल में निधन हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, विमुक्ता शर्मा (Vimukta Sharma) के स्वास्थ्य की निगरानी कर रहे डॉक्टरों की एक टीम ने सुबह करीब 4 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना बीएम फार्मेसी कॉलेज परिसर में उस समय हुई, जब 54 वर्षीय प्राचार्य घर के लिए निकल रहे थे।
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इसी दौरान आरोपी आशुतोष श्रीवास्तव (Ashutosh Srivastava) (24) उसके पास पहुंचा और मार्कशीट जारी करने में देरी को लेकर हुई कहासुनी के बाद उस पर पेट्रोल छिड़क कर लाइटर से आग लगा दी। घटना के कुछ ही घंटे बाद श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस अधीक्षक (इंदौर ग्रामीण) भगवत सिंह विर्दे ने कहा, प्रिंसिपल की इलाज के दौरान मौत हो गई। हमने पाया कि छात्र 7वें सेमेस्टर में फेल हो गया था। हमने आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। इंदौर के जिला कलेक्टर इलैयाराजा टी द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार, जांच के दौरान हमने पाया कि फार्मेसी कॉलेज के अधिकारियों, महिला प्रिंसिपल और अन्य कर्मचारियों द्वारा श्रीवास्तव के खिलाफ दो से तीन शिकायतें की गईं, जिन्होंने दावा किया कि आरोपी आत्महत्या की धमकी दे रहा था। (आईएएनएस)