मुंबई। भाजपा हाईकमान ने महाराष्ट्र में नए मुख्यमंत्री के फैसले पर सस्पेंस बना दिया है। जानकारों के अनुसार यों देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री पद की दौड़ में आगे है। संघ उनका पक्षधर है लेकिन भाजपा हाईकमान में किसी ओबीसी नेता को मुख्यमंत्री बनाने पर विचार है। चुनाव में ओबीसी मतदाताओं के भाजपा की और गोलबंद होने की दलील पर पिछड़ी जाति के नेता पर सहमति बनाने की कोशिश है। इस बीच भाजपा की प्रदेश इकाई ने जानकारी दी है कि नई महायुति सरकार पांच दिसंबर की शाम मुंबई के आजाद मैदान में शपथ लेगी।
हालांकि, अभी तक यह घोषणा नहीं की गई है कि मुख्यमंत्री कौन होगा, लेकिन कई भाजपा सूत्रों की और से देवेंद्र फडणवीस को ही दौड में आगे बतलाया जा रहा है। वे दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं और पूर्ववर्ती एकनाथ शिंदे नीत सरकार में उप मुख्यमंत्री थे।
कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाल रहे एकनाथ शिंदे अटकलों के बीच एक दिन पहले अपने पैतृक गांव चले गए थे। वे नई सरकार को आकार देने के तौर-तरीकों से खुश नहीं बताए जाते हैं। उनके एक सहयोगी ने बताया कि वह बीमार हैं। उन्होंने बताया कि शिंदे को तेज बुखार है।
प्रदेश भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने शनिवार शाम ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘महाराष्ट्र में महायुति सरकार का शपथ ग्रहण समारोह माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की उपस्थिति में पांच दिसंबर, 2024 को शाम पांच बजे मुंबई के आजाद मैदान में होगा।’’
सतारा जिले के रहने वाले शिवसेना नेता शंभूराज देसाई ने पत्रकारों को बताया कि शिंदे और पार्टी के अन्य नेता भाजपा के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर शुक्रवार तड़के दिल्ली से लौटे, तब से कार्यवाहक मुख्यमंत्री को खांसी और जुकाम की शिकायत है।
देसाई ने कहा, ‘‘उन पर (शिंदे पर) काम का बोझ बढ़ गया है, इसलिए हमने उन्हें आराम करने की सलाह दी है।’’ शिंदे के करीबी शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने कहा कि उनकी पार्टी को गृह विभाग मिलना चाहिए। उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से बात करते हुए यह भी दावा किया कि शिंदे को दरकिनार करने की कोशिशें की गईं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष अजित पवार ने शनिवार को कहा है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से होगा और सत्तारूढ़ ‘महायुति’ के अन्य घटकों से दो उपमुख्यमंत्री होंगे। ‘महायुति’ में भाजपा के अलावा एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा शामिल हैं।
अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने पहले ही कहा है कि मुख्यमंत्री के रूप में फडणवीस उसे स्वीकार्य हैं। इस बीच, शिवसेना (उबाठा) के संजय राउत ने संवाददाताओं से कहा कि विधानसभा चुनाव के अप्रत्याशित परिणाम के कारण मुख्यमंत्री के चयन में देरी हो रही और सत्तारूढ़ गठबंधन में मतभेदों के कारण शिंदे को अपने गांव जाना पड़ा।