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स्वच्छता अभियान जन आंदोलन बनना चाहिए: शिन्दे

मुंबई। महाराष्ट्र (Maharashtra) में जी-20 परिषद के पर्यावरण एवं जलवायु स्थिरता पर कार्य समूह की तीसरी बैठक की शुरुआत रविवार को ‘जी-20 तटीय सफाई’ अभियान के साथ हुई। राज्यपाल रमेश बैस (Ramesh Bais) और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने जी-20 सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के साथ समुद्र तट की सफाई करने का शपथ लिया। इस अवसर पर शिंदे ने स्वच्छता अभियान को जन आंदोलन मे परिवर्तित करने की आवश्यकता पर बल दिया। इस कार्यक्रम में, केंद्रीय पर्यावरण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे (Ashwini Kumar Choubey), राज्य के पर्यटन मंत्री एवं मुंबई उपनगर के पालक मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा (Mangal Prabhat Lodha), विधायक अमित साटम, प्रधान सचिव प्रवीण दराडे, नगर निगम आयुक्त इकबाल सिंह चहल आदि भी उपस्थित रहे। जी-20 सम्मेलन में विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए शिंदे ने कहा मुंबई एक गतिशील शहर है और देश के विकास का इंजन है।

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संत ज्ञानेश्वर ने मातृभूमि संरक्षण का संदेश दिया है और इसके लिए हमें स्वच्छता अभियान के माध्यम से यह संदेश देना चाहिए कि हमारे जीवन में हर काम पर्यावरण के अनुकूल होना चाहिए। शिंदे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में स्वच्छता अभियान की शुरुआत की थी और तब से लेकर अब तक यह अभियान एक जन आंदोलन का रूप ले चुका है। देश के प्रत्येक गांव और शहर स्वच्छता की दिशा में अपना कदम आगे बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पर्यावरण संरक्षण (Environment Protection) के लिए महत्वपूर्ण कार्यों की शुरुआत की हैं और इसके लिए विशेष कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जी-20 की मेजबानी करना भारत के लिए एक गर्व की बात है। मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को 11वें स्थान से 5वें स्थान पर पहुंचाकर शानदार काम किया है। शिंदे ने कहा यह बहुत गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में काम कर रहे हैं। राज्य सरकार को हमेशा केंद्र सरकार की ओर से सहयोग प्राप्त हो रहा है और राज्य सरकार महाराष्ट्र को विकास की दिशा में आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है। (वार्ता)

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