मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को मुंबई में पार्टी नेताओं-कार्यकर्ताओंकी बैठक में भाजपा पर जबरदस्त हमला बोला। उन्होने प्रदेश भाजपा के नेता देवेंद्र फडणवीस चेतवानी दी। कहां या तो तुम रहोगे या मैं। उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा चोरों की कंपनी है। और ये राजनीति के नपुंशकहै। उन्होने बताया कि महाविकास आघाड़ी सरकार में गृहमंत्री रहे अनिल देशमुख ने उन्हे बताया कि कैसे फणडवीस ने उन्हें और उनके बेटे आदित्य ठाकरे को जेल में डालने की साजिश रची थी। अब तक मैं बहुत कुछ सहता रहा। लेकिन अब मैं कहता हूं कि महाराष्ट्र की राजनीति में या तो तुम (फडणवीस) रहोगे, या मैं रहूंगा।
उद्धव ठाकरे की चेतावनी पर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि उद्धव ने फडणवीस को लेकर जो बयान दिया है वो अहंकार से भरा हुआ है। उनका यह अहंकार जनता तोड़ेगी।
उद्धव ने कहा कि कई नेताओं ने मुझे कहा कि आपने देश को नई दिशा दिखाई।किसी की हिम्मत नहीं हो रही थी जो इन लोगों के खिलाफ बोले, लेकिन हमने बोला। मैंने कहा हम तो ऐसे ही हैं। सत्ता पक्ष में बैठे ये लोग राजनीति के नपुंसक हैं। इन्होंने हमारी पार्टी तोड़ दी लेकिन हम झुके नही…. हम ऐसा लड़े कि इनके पसीने छूट गए। भाजपा ने शुरुआत से ही जोड़तोड़ की राजनीति की है।मैं आज कह रहा हूं किअब भी जिसे जाना है जा सकते हैं। पूर्व पार्षद जाना चाहते हैं तो वो चले जाये। जिनको जाना है तो खुल कर जाओ, लेकिन भीतर रहकर दगाबाजी मत करो। मैं अपने सैनिकों के साथ हर तरह की लड़ाई लड़ूंगा।
ठाकरे ने आगे कहा, अनिल देशमुख ने बताया कि कैसे इस फडणवीस ने मुझे और आदित्य को जेल में डालने की योजना बनाई थी। लेकिन मैं बहादुरी से खड़ा हूँ। मेरे पास अभी भी कोई आधिकारिक पार्टी पैसा नहीं है, लेकिन मैं आप के बल पर ही इन सबको चुनौती दे रहा हूँ। मैं मैं नहीं आप सब लोग मेरे साथ है।
उद्धव ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि हमें दिल्ली से डर नहीं है। पार्टी कार्यकर्ताओं कोविधानसभा चुनाव में जुटना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में इन चोरों ने बालासाहेब की फोटो लगाकर उन्हें तीर धनुष चुनाव चिन्ह पर वोट देने को कहा था। उद्धव ठाकरे ने कहा कि लोगों में अभी भी भ्रम की स्थिति है इसलिए अपने चुनाव चिन्ह मशाल को लेकर लोगों को जागरूक कीजिये। लोकसभा चुनाव में मुस्लिमों और ईसाइयों ने हमारा खुलकर समर्थन किया। मुस्लिम समाज की एक सभा में मैंने उनसे पूछा कि क्या आपको मेरे हिंदू होने पर आपत्ति है? लोगों ने कहा – नहीं।
उन्होने भाजपा पर आगे कहां, लआप सब कुछ मेरा छीन ले.. लेकिन आपके नाक पर पैर रख कर सत्ता लेकर आएंगे। इन लोगों को गाड़ देंगे।ये शपथ लेकर यहां से जाओं। हमारा केस सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है .. मुझे मेरा ‘शिवसेना’ नाम और निशान चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक इस बारे में कोई फैसला नहीं होता है। तब तक हर घर में जाकर मशाल का प्रचार और प्रसार करो।
उद्धव ठाकरे ने कहा हमें मुंबई को बचाने के लिए लड़ना पड़ा तो लड़ेंगे। हमारे हक वाली मुंबई में हमारे साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है। यह सब दो बिजनेसमैन के इशारे पर हो रहा है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमें उनके रवैये को उखाड़ फेंकना है। उद्धव ने आगे कहा कि ये लड़ाई शिवसेना के अस्तित्व की नहीं बल्कि मुंबई के अस्तित्व की है।
साथ ही उद्धव ठाकरे भाजपा के केंद्रीय नेताओं को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि किसी की हिम्मत नहीं हो रही थी, जो इन लोगों (मोदी-शाह) के खिलाफ बोले। लेकिन हम बोले। मैंने कहा कि हम तो ऐसे ही हैं। सत्ता पक्ष में बैठे ये लोग नपुंसक हैं। इन्होंने हमारी पार्टी तोड़ दी। लेकिन हम झुके नहीं। फिर उद्धव ने दिल्ली के नेताओं को भी चुनौती देते हुए कहा कि आप चुनाव प्रचार के लिए मुंबई आओ। हम आपकी बची-खुची गर्मी भी निकाल देंगे।आपको हाथ में भीख का कटोरा लेकर ही हमारे सामने आना होगा। हमारी सत्ता आने के बाद एमएणआरडीए को भी रद्द करेंगे। जहां मराठी आदमी को नौकरी नहीं देंगे ऐसा कहेंगे उस आदमी को थप्पड जड़ो। बालासाहेब का नाम लेने की इनकी औकात नहीं है। सत्ता आने के बाद पहले धारावी का टेंडर रद्द करेंगे।जैसे यूपी, पं बंगाल और कर्नाटक ने लड़ाई लड़ी, हम तो शिवाजी महाराज के राज्य से हैं।