मुंबई/नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के पांच दिन बाद भी नई सरकार का इंतजार हो रहा है। भारतीय जनता पार्टी ने विधायक दल की बैठक नहीं की है और न नेता चुना है। तभी कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के अपनी दावेदारी वापस लेने के बाद भी मुख्यमंत्री का फैसला नहीं हो पा रहा है। हालांकि यह तय हो गया है कि सीएम भाजपा का होगा और देवेंद्र फड़नवीस के नाम पर सहमति बन जाने की खबर है। गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक के लिए महायुति के नेता दिल्ली पहुंचे।
इस बीच एनसीपी के नेता अजित पवार ने मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस बढ़ा दिया। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले तय नहीं हुआ था कि किस पार्टी का और कौन नेता मुख्यमंत्री बनेगा। उन्होंने गुरुवार को कहा- लोकसभा के दौरान हमें ज्यादा समर्थन नहीं मिला, लेकिन हमने उम्मीद नहीं खोई और विधानसभा में मजबूत प्रदर्शन करने के लिए कड़ी मेहनत की। सीएम कौन होगा? इस सवाल पर उन्होंने कहा- हमने चुनाव से पहले कभी इस बात पर चर्चा नहीं की कि सीएम कौन होगा। हमारी पहली प्राथमिकता सत्ता में आना था। मैं बीजेपी नेतृत्व से मिलूंगा और फिर हम फैसला करेंगे।
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अमित शाह के साथ होने वाली महायुति की बैठक से पहले गुरुवार को प्रफुल्ल पटेल ने अपने आवास पर एक बैठक की। इसमें अजित पवार और सुनील तटकरे सहित एनसीपी के कई नेता शामिल हुए। इस बीच, गुरुवार को मुंबई में फड़नवीस के सरकारी आवास के बाहर उनको महाराष्ट्र का स्थायी मुख्यमंत्री घोषित करने वाले बैनर लगाए गए हैं। ‘सदैव मुख्यमंत्री’ बैनर भाजपा कार्यकर्ताओं ने लगाया है। बैनर में फड़नवीस को शपथ लेते दिखाया है। गौरतलब है कि एक दिन पहले बुधवार को ठाणे में कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उन्हें भाजपा का मुख्यमंत्री मंजूर है। उन्होंने यह भी कहा था कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह जो भी फैसला करेंगे वह उनको मंजूर होगा।