राज्य-शहर ई पेपर व्यूज़- विचार

दृष्टिहीन यात्रियों के लिए रेलवे की विशेष पहल, बिना किसी सहायता के अब कर सकेंगे सफर

नई दिल्ली। अब दृष्टिहीन यात्रियों को भी रेलवे स्टेशन पर किसी से पूछताछ या मदद की जरूरत नहीं होगी। रेलवे (Railways) ने कुछ स्टेशनों पर मार्गदर्शिका बोर्ड के साथ एक पीली बिंदियों वाली पट्टी (yellow dotted line) लगाने की पहल की है। भारतीय रेलवे ने दृष्टिहीन यात्रियों को सुविधा देने के तहत उतरी रेलवे के सोनीपत स्टेशन पर ब्रेल लिपि में मार्गदर्शिका बोर्ड के साथ एक पीली बिंदियों वाली पट्टी लगाकर मुख्य प्रवेश द्वार से लेकर कैंटीन व पूछताछ केंद्र सहित सभी जगहों पर ब्रेल लिपि संकेतक (braille script indicator) लगाए गए हैं।

इसके साथ ही रेलवे स्टेशन पर दिशा जानने के लिए भी अब दृष्टिहीन यात्रियों को किसी के सहारे या दूसरों पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वह मार्गदर्शिका बोर्ड को हाथ लगाते ही सोनीपत स्टेशन की सही दिशा जान सकेंगे। ²ष्टिबाधित यात्रियों को सहूलियत देते हुए मार्गदर्शिका बोर्ड के साथ एक पीली बिंदियों वाली पट्टी लगाई गई है, जिस पर उचित दूरी के साथ खड़े होकर यात्री ब्रेल लिपि मार्गदर्शिका के सहारे स्टेशन की सभी व्यवस्थाओं का अनुमान लगा लेंगे, जिससे उन्हें भटकना नहीं पड़ेगा। ब्रेल लिपि का ज्ञान रखने वाले ²ष्टिहीन यात्री संकेतक को आसानी से समझ सकेंगे।

हालांकि फिलहाल ये काम एक एनजीओ द्वारा किया गया है। दिल्ली मंडल के तहत आने वाले इस सोनीपत स्टेशन पर कुल 50 ब्रेल लिपि बोर्ड लगवाए हैं। जिससे ²ष्टिबाधित यात्रियों को बुकिंग खिड़की, प्लेटफार्म व शौचालय से लेकर प्लेटफार्म पर जाना आसान हो जाएगा। उन्हें किसी की सहायता की जरूरत नहीं पड़ेगी।

जानकारी के अनुसार सोनीपत के बाद अब रेलवे की ओर से दिल्ली से अंबाला रूट के सभी स्टेशन पर ब्रेल लिपि संकेतक लगाए जाने की योजना है।

रेलवे के दिल्ली मंडल जनसंपर्क अधिकारी, अजय माइकल के अनुसार सोनीपत स्टेशन पर एनजीओ की सहायता से कुल 50 ब्रेल लिपि संकेतक लगाए गए हैं। जिनमें दो मार्गदर्शिका बोर्ड हैं। इस स्टेशन पर ब्रेन लिपि संकेतक लगाने का काम पूरा हो चुका है। जिससे ब्रेल लिपि का ज्ञान रखने वाले यात्रियों को फायदा मिलेगा। रेलवे की ओर से यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। (आईएएनएस)

Tags :

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

और पढ़ें