इम्फाल। मणिपुर में पिछले डेढ़ साल से ज्यादा समय से चल रही हिंसा नए सिरे से भड़क गई है और अब कुकी व मैती समूह एक दूसरे के खिलाफ भारी हथियारों से फायरिंग कर रहे हैं। खबर है कि इम्फाल पूर्व और कांगपोकली जिलों में पिछले चार दिन से कुकी और मैती समूहों के बीच गोलीबारी हो रही है। स्थानीय लोगों के मुताबिक मोर्टार से भी गोले दागे गए हैं। ताजा हिंसा में सनसाबी इलाके में उग्रवादियों से मुठभेड़ में पुलिसकर्मी और ग्रामीण घायल हुए हैं।
पुलिस ने बताया है कि घायल पुलिसकर्मी का नाम के हरिदास है। उसके बाएं कंधे पर गोली लगी है। उसका जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान संस्थान में इलाज चल रहा है। गोलीबारी में एक और ग्रामीण घायल है, उसका भी इलाज चल रहा है। खबरों के मुताबिक 24 दिसंबर से दोनों जिलों के कई इलाकों में गोलीबारी हो रही है। दोनों जिलों के यिंगांगपोकपी, थमनापोकपी, थंबापोकपी, सबुंगखोक खुनौ, शांति खोंगबल, सनसाबी आद इलाकों में गोलीबारी से स्थानीय लोगों में दहशत है। कई इलाकों में लोगों ने अधिकारियों से उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की मांग की है। लोगों ने कहा है कि पहाड़ी से मैदानी इलाकों में गोलीबारी की जा रही है।
इससे पहले गुरुवार को राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा था कि राज्य के सुरक्षा स लाहकार और पुलिस महानिदेशक को गोलीबारी से प्रभावित जिलों में सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। इसके बाद मुख्यमंत्री ने 25 दिसंबर को कहा- मणिपुर को तत्काल शांति की जरूरत है। दोनों समुदाय आपसी समझ बनाएं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ही मणिपुर को बचा सकती है, क्योंकि वो एक साथ रहने के विचार में विश्वास करती है।