अमृतसर। शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया (Bikram Singh Majithia) ने शनिवार को कहा कि खनन माफिया राकेश चौधरी (Rakesh Chowdhary) और अशोक चांडक (Ashok Chandak) सहित खनन माफिया पर अंकुश मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) के झूठे दावों का पर्दाफाश हो गया, क्योंकि राकेश चैधरी ने अदालत में स्वीकार किया कि वह खनन ठेकेदार के रूप में काम करना बंद करना चाहते हैं, लेकिन सरकार उन्हें काम जारी रखने पर मजबूर कर रही है। मजीठिया ने प्रेस कांफ्रेंस (Press Conference) को संबोधित करते हुए कहा कि मान की अगुवाई वाली आप सरकार ने राकेश चौधरी और अशोक चांडक के साथ “मिलीभगत” की है, जिसके बाद इन लोगों ने कांग्रेस (Congress) से भगवंत मान के प्रति अपनी वफादारी बदल दी।
उन्होंने आप नेता राघव चड्ढा का बयान पेश करते हुए बताया कि जिन्होंने रोपड़ में खनन स्थलों पर छापे मारे थे और राकेश चौधरी पर पर्यावरण विभाग की मंजूरी लिए बिना ही अवैध खनन में लिप्त होने के अलावा निर्धारित सीमा से कहीं अधिक रेत निकालने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा आप पार्टी (AAP Party) की सरकार औ चड्ढा को बताना चाहिए कि चौधरी ने उन्हें ऐसा क्या दिया कि वह उसके प्रति इतने नर्म हो गए। मजीठिया ने कहा कि चौधरी ने यह भी स्वीकार किया कि सरकार ने सोचा था कि अगर उन्हें 18 मार्च 2023 तक काम करने दिया जाए तो उनके खिलाफ दर्ज मुकदमा बंद हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अदालत में आरोपी का यह बयान स्पष्ट रूप से भगवंत मान सरकार द्वारा उसके साथ की गई “ मिलीभगत” की ओर इशारा करती है।