चंडीगढ़। फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी की कानूनी गारंटी करने सहित 13 मांगों को लेकर पंजाब व हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत बहुत खराब हो गई है। मंगलवार को उनके अनशन के 50 दिन पूरे हुए। उनके सेहत की जानकारी देते हुए किसानों ने बताया उनकी तबीयत बहुत नाजुक है। बताया गया है कि उनके शरीर का मांस लगभग खत्म हो रहा है और त्वचा भी सिकुड़ने लगी है। उनकी हड्डियां दिखने लगी हैं। इस बीच बुधवार को इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी।
मंगलवार को उनके अनशन के 50वें दिन पटियाला से डॉक्टरों की टीम पुलिस के साथ खनौरी बॉर्डर पहुंची थी। स्वास्थ्य कर्मचारियों ने टेस्ट के लिए डल्लेवाल के सैंपल लिए। पंजाब सरकार ने अनशन की जगह से पांच सौ मीटर दूर अस्थायी अस्पताल बना रखा है। डल्लेवाल की हालत को देखते हुए वहां टीम को हाई अलर्ट पर रखा गया है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने कई बार प्रशासन और पुलिस से कहा है कि वे डल्लेवाल को अस्थायी अस्पताल में शिफ्ट करें। लेकिन कई प्रयास के बावजूद इसमें कामयाबी नहीं मिल पाई है।
खनौरी बॉर्डर पर डल्लेवाल के अनशन के साथ साथ शंभू बॉर्डर पर भी किसान आंदोलन कर रहे हैं। किसानों के इस आंदोलन के बीच पंजाब भाजपा के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने मंगलवार को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान से मुलाकात की। इस मुलाकात में किसानों की मांगों को लेकर भी चर्चा हुई। फसलों पर एमएसपी गारंटी के कानून और अन्य किसानी मुद्दों पर रणनीति बनाने के लिए पंजाब भाजपा की चंडीगढ़ में 15 जनवरी को बैठक होगी।
उधर, खनौरी बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा, गैर राजनीतिक की बैठक हुई, जिसमें आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए रणनीति बनाई गई। शंभू और खनौरी बॉर्डर पर चल रहे संघर्ष के साथ आने वाले दिनों में संयुक्त किसान मोर्चा भी नजर आएगा। सोमवार, 13 जनवरी को पटियाला के पातड़ां में तीन मोर्चे के नेताओं की मीटिंग हुई। 18 जनवरी को एक और मीटिंग फिर पातड़ां में होगी। इसमें 26 जनवरी को होनी वाले ट्रैक्टर मार्च की रणनीति बनाई जाएगी।