चंडीगढ़। अमेरिका में बसे आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को जान से मारने की धमकी दी है। इस धमकी के बाद गणतंत्र दिवस से जुड़े मान के कार्यक्रमों में बदलाव किया गया है। उधर पन्नू के प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस, एसएफजे के अज्ञात कार्यकर्ता ने फरीदकोट की दीवारों पर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखे थे और झंडे लगाए थे। भगवंत मान को फरीदकोट में ही गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में शामिल होना था। स्थानीय नेहरू स्टेडियम में आयेजित किए जा रहे समारोह में वे मुख्य अतिथि थे।
अब मुख्यमंत्री भगवंत मान का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। अब उनकी जगह फरीदकोट में विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां झंडा फहराएंगे। इस बीच फरीदकोट के सांसद सरबजीत सिंह खालसा ने इस घटनाक्रम को गलत करार देते हुए कहा कि पंजाब बड़ी मुश्किल से आतंकवाद के दौर से निकला है। इसलिए हमें पंजाब का माहौल बिगाड़ने की जगह इसे सुधारने की ओर ध्यान देना चाहिए।
बहरहाल, बताया जा रहा है कि गुरुवार सुबह यह मामला सामने आया जब फरीदकोट के नेहरू स्टेडियम और रेलवे स्टेशन के फुट ओवर ब्रिज पर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखे हुए पाए गए। वहां खालिस्तान जिंदाबाद के झंडे भी लगाए गए थे। इसकी सूचना मिलते ही जिला पुलिस हरकत में आई और तुरंत इन नारों को मिटवाया गया और झंडों को उतरवाया गया। इसी बीच आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने गुरुवार सुबह एक वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री भगवंत मान को धमकी देते हुए कहा कि उसने फरीदकोट में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखवाए हैं और झंडे भी लगवाए हैं।
पुलिस ने दीवारों पर लिखे नारों को मिटवाने और झंडा उतरवाने के बाद पन्नू सहित अज्ञात लोगों पर केस दर्ज कर अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि फरीदकोट में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडा फहराने के साथ ही मुख्यमंत्री मान को कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करना था। लेकिन सारे कार्यक्रम धरे रह गए। फरीदकोट का कार्यक्रम रद्द होने के बाद तय किया गया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान मोहाली में गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराएंगे।