khatu falgun mela 2025 : हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा……इसी जयकारे के साथ श्रद्धालु अपने बाबा के दिव्य स्वरूप के दर्शन करते है। बाबा श्याम के दरबार में सदैव ही श्याम भक्तों का तांता लगा ही रहता है।
नया साल आ चुका है। अब इंतजार है तो केवल और केवल बाबा श्याम के फाल्गुनी लक्खी मेले की। होली के साथ-साथ लखदातार का फाल्गुनी लक्खी मेला परवान पर रहता है।
फाल्गुन महीने में शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को इस मेले का मुख्य माना जाता है। फाल्गुन महीने में शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को इस मेले का मुख्य माना जाता है।
कलयुग के अवतारी बाबा श्याम का लक्खी मेला 28 फरवरी से शुरू होकर 11 मार्च तक आयोजित किया जाएगा।
पहले इस मेले की अवधि 6 मार्च तक ही थी लेकिन भीड़ को देखते हुए मेले की तारीख आगे बढ़ाई गई। जिससे श्रद्धालु अपने बाबा के दर्शन और अधिक समय तक कर सकें।
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बाबा श्याम का लक्खी मेला, जो हर साल अपनी भव्यता और श्रद्धालुओं की भीड़ के लिए प्रसिद्ध होता है, इस बार विशेष रूप से चर्चाओं में है।
बढ़ती हुई भीड़ और श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के कारण प्रशासन ने मेले की अवधि को 12 दिनों तक बढ़ा दिया है।
पहले यह मेला 28 फरवरी से 6 मार्च तक आयोजित होना था, लेकिन अब इसे 28 फरवरी से 11 मार्च तक आयोजित किया जाएगा।
हर साल में में लाखों करोड़ों भक्त बाबा के दर्शन करते है। केवल राजस्थान ही नहीं फाल्गुन मेले में देश के हर कोने से भक्त आते है और बाबा श्याम के मनमोहक रूप के दर्शन करते है।
प्रशासनिक बैठक में व्यवस्थाओं पर चर्चा
मेले की बढ़ती हुई भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने एक मैराथन बैठक का आयोजन किया, जिसमें प्रशासनिक अधिकारियों, स्थानीय पत्रकारों और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों ने मिलकर मेले के संचालन के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं पर गहन मंथन किया।
इस बैठक में थाना प्रभारी राजाराम लेघा ने एक महत्वपूर्ण सुझाव दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि मेले में समय पर अपने कार्यों का संपादन करने और
आवागमन में किसी भी प्रकार की परेशानी से बचने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों और स्थानीय पत्रकारों का एक ड्रेसकोड होना चाहिए।
इससे सभी कार्यों में समन्वय बढ़ेगा और मेले के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचा जा सकेगा।
सामान्य व्यवस्था और सुरक्षा
मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं, और सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने सभी आवश्यक इंतजाम किए हैं।
पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती के साथ-साथ मेले के विभिन्न हिस्सों में चिकित्सा सेवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी।
इसके अलावा, यातायात व्यवस्था और पार्किंग की सुविधाएं भी बेहतर की जाएंगी ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
आवागमन की बेहतर व्यवस्था
मेले के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, और आने-जाने में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसको ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने शहर के मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक नियंत्रण की व्यवस्था की है।
साथ ही, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड से मेला स्थल तक श्रद्धालुओं के लिए विशेष परिवहन की व्यवस्था की जाएगी।
स्थानीय अधिकारियों की बैठक में निर्देश
मेले के आयोजकों और प्रशासन ने स्थानीय अधिकारियों की बैठक में सभी व्यवस्थाओं को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
मेले के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से निभाने के लिए कहा गया है।
इस बार का लक्खी मेला विशेष रूप से बाबा श्याम के भक्तों के लिए एक अनोखा अनुभव साबित होने वाला है।
प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था और बढ़ी हुई मेला अवधि से श्रद्धालुओं को आराम से दर्शन करने और मेले का आनंद लेने का अवसर मिलेगा।
मेले की व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासनिक बैठक
बाबा श्याम के बहुप्रतीक्षित लक्खी मेले के आयोजन को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियों का सिलसिला जारी है। इस दौरान एसडीएम मोनिका सामोर की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई
जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने मेले के सफल संचालन और व्यवस्थाओं को लेकर गहन चर्चा की। इस बैठक में कई अहम सुझाव और दिशा-निर्देश दिए गए, जिनमें से एक सुझाव अस्थाई अतिक्रमण को लेकर था, जिसे मेला मजिस्ट्रेट ने विशेष रूप से उठाया।
बैठक में मौजूद अधिकारी
बैठक में विभिन्न सरकारी विभागों और संस्थाओं के अधिकारियों ने भाग लिया।
इनमें बिजली निगम के सहायक अभियंता अश्वनी कुमार मीणा, पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता विजयपाल ओला, पलसाना के बीसीएमओ डॉ. नितेश शर्मा, गिरदावर मुखराम, पटवारी रोहितास, पालिका के जेईएन अजय कुमार मीणा,
एसआई वीरेंद्र सिंह, मंदिर कमेटी के सलाहकार एडवोकेट भानुप्रकाश सरोज और विकास शर्मा, बीट अधिकारी देवीलाल, एसडीएम पीए अशोक स्वामी सहित कई अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में एसडीएम मोनिका सामोर ने विभिन्न व्यवस्थाओं पर चर्चा करते हुए एक महत्वपूर्ण सुझाव दिया कि मेले की बेहतर व्यवस्था के लिए सभी संबंधित विभागों को आपसी तालमेल से कार्य करना होगा
समय पर निर्णय लेने होंगे। उन्होंने खासतौर पर मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा पर ध्यान केंद्रित करने की बात कही।
अतिक्रमण पर सख्त निर्देश
बैठक में मेला मजिस्ट्रेट ने विशेष रूप से श्याम नगरी में बढ़ते अस्थाई अतिक्रमण को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने पालिका अधिकारियों से कहा कि मुख्य बाजार में जहां अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है, उसे जल्द से जल्द हटाया जाए।(khatu falgun mela 2025)
इसके अलावा, अन्य सामान्य रास्तों पर भी अतिक्रमण की भरमार देखने को मिल रही है, जो मेले के दौरान श्रद्धालुओं की आवाजाही में रुकावट पैदा कर सकती है।
मेला मजिस्ट्रेट ने स्पष्ट रूप से कहा कि अब यह कोई लापरवाही का समय नहीं है, और अतिक्रमण को लेकर सख्त अभियान चलाना होगा।
उन्होंने सभी विभागों और अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे तुरंत कार्यवाही करें और सुनिश्चित करें कि मेले के दौरान किसी भी प्रकार का अतिक्रमण न हो।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्य बाजार और अन्य महत्वपूर्ण रास्तों पर अतिक्रमण हटाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए, ताकि मेले के दौरान किसी प्रकार की परेशानी न हो।
बैठक में दिए गए अन्य निर्देश
बैठक में एसडीएम मोनिका सामोर ने इस बात पर भी जोर दिया कि मेले के आयोजन से पहले सभी आवश्यक व्यवस्थाएं समय पर पूरी होनी चाहिए।(khatu falgun mela 2025)
उन्होंने यह भी कहा कि सभी अधिकारी अपने कार्यों की निगरानी करें और सुनिश्चित करें कि हर विभाग का कार्य निर्धारित समय पर संपन्न हो।
अधिकारियों को यह निर्देश भी दिए गए कि बिजली, पानी, स्वच्छता, सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को मजबूत किया जाए, ताकि मेले के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
इस बैठक में उठाए गए मुद्दे और दिए गए निर्देश मेले की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होंगे।
अतिक्रमण पर सख्त कार्रवाई और अन्य सुधारों से श्रद्धालुओं के लिए एक सुरक्षित और सुविधाजनक माहौल तैयार किया जाएगा।
प्रशासन की तरफ से पूरी कोशिश की जाएगी कि मेले के दौरान सभी प्रकार की व्यवस्थाएं व्यवस्थित और सुरक्षित रूप से संचालित हों, ताकि बाबा श्याम के भक्तों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
निशान रखने की व्यवस्था
मेला मजिस्ट्रेट ने मेले में निशान लेकर आने वाले श्रद्धालुओं के निशान रखने की व्यवस्था चारण मैदान में करने के लिए मंदिर कमेटी को निर्देश दिए।
मजिस्ट्रेट मोनिका सामोर ने कहा कि निशान आस्था का केन्द्र है और इसकी गरिमा रखते हुए भक्तों को सुगम तरीके से मंदिर तक पहुंचाना है।(khatu falgun mela 2025)
इसके लिए यह व्यवस्था की गई है, ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के अपनी आस्था को दर्शा सकें और मंदिर तक आसानी से पहुँच सकें।
बिजली संबंधी काम समय पर हो पूरे
लक्खी मेला के मजिस्ट्रेट मोनिका सामौर ने मेले से पहले बिजली संबंधी सभी कार्यों को समय पर पूरा करने के लिए बैठक में मौजूद एईएन अश्वनी कुमार मीणा को निर्देश दिए।
एईएन ने बताया कि बिजली ट्रिपिंग की समस्या से निजात पाने के लिए कई स्थानों पर स्थायी ट्रांसफार्मर लगाए जा रहे हैं और कुछ स्थानों पर बिजली लाइन को भूमिगत किया गया है।
इसके अलावा, तारों को ऊंचा करने और अन्य जरूरी कार्यों को पूरा करने के लिए टीमें गठित की गई हैं, ताकि मेले के दौरान बिजली से संबंधित कोई समस्या न हो।
यहां होगी पार्किंग(khatu falgun mela 2025)
लक्खी मेले में पार्किंग व्यवस्था मजबूर रहे, इसके लिए रींगस रोड पर 52 बीघा पार्किंग, सांवलपुरा रोड पर चारागाह भूमि में पार्किंग, दांता रोड पर पीडब्ल्यूडी मोड पर वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था रहेगी।
मेला मजिस्ट्रेट सामौर ने कहा कि मेले में लगने वाले चिकित्सा शिविर में स्काउट-गाइड व एनसीसी के जवान रोगियों को कैंप तक पहुंचाने का काम करेंगे।
बैठक में पलसाना बीसीएमओ डॉ.नितेश शर्मा ने बताया कि प्रशासन ऐसे रास्तों का चयन करें ताकि भीड़ में गंभीर रोगियों को सीकर या जयपुर भेजा जा सके।