नई दिल्ली | SC On UP Goverment : सुप्रीम कोर्ट में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर कल एक सुनवाई के दौरान कड़ी की की की. सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार के एक अधिकारी से कहा कि आप चारों ओर से भ्रष्टाचार में लिप्त है. ऐसा लगता है कि आप सरकार नहीं चला रहे हैं बल्कि एक प्रमोटर (बिल्डर) की तरह कार्य कर रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आप घर बेचने वालों के खिलाफ खड़े नहीं हो सकते. इतना ही नहीं अधिकारी से कहा गया कि आपकी आंख, नाक, कान से भ्रष्टाचार टपकता है. आप घर खरीदने वालों की ही कमियां ढूंढने में लगे रहते हैं. बता दें कि यह पूरा मामला उत्तर प्रदेश के सुपरटेट बिल्डर से जुड़े एक मामले का है.
नोएडा प्राधिकरण को लिया आड़े हाथों
SC On UP Goverment : इस मामले में सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति एम आर शाह की पीठ ने उक्त टिप्पणियां की. सुनवाई के दौरान सुपरटेक बिल्डर से जुड़ी एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने नोएडा प्राधिकरण को आड़े हाथों लिया. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट सुपरटेक लिमिटेड की अपील और इलाहाबाद उच्च न्यायालय के 2014 में दिए गए आदेश के खिलाफ घर खरीद वालों द्वारा दायर की गई याचिका पर सुनवाई कर रही थी. आरोप है कि बिल्डरों ने नियम का उल्लंघन करने के लिए दो जुड़वा टावरों को ध्वस्त करने का निर्देश प्राप्त कर लिया था.
आपको निष्पक्ष होना चाहिए, आप किसी के लिए स्टैंड नहीं ले सकते
SC On UP Goverment : इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आप को निर्देश दिए जाने के बाद ही आपने उन्हें योजना सौंपी. आप पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं. कोर्ट ने नोएडा प्राधिकरण से आए अधिवक्ता रविंद्र कुमार को कहा कि आपको सुपरटेक के कृतियों का बचाव करना छोड़ कर निष्पक्ष होना चाहिए. आप किसी के लिए निजी स्टैंड नहीं ले सकते.