हैदराबाद। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के आरोप लगाने के बाद अब तिरुपति मंदिर प्रबंधन ने भी इस बात की पुष्टि की है लड्डू प्रसादम बनाने में इस्तेमाल होने वाले घी के सैंपल में जानवरों की चर्बी पाई गई है। हालांकि अब मंदिर प्रबंधन ने घी के पवित्र होने का दावा किया है। श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का प्रबंधन देखने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम, टीटीडी ने कहा कि प्रसादम अब पूरी तरह से शुद्ध और पवित्र है। इसे आगे भी पवित्र रखने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।
इससे पहले टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी जे श्यामला राव ने लड्डू बनाने में इस्तेमाल होने वाले घी में जानवरों की चर्बी इस्तेमाल होने की बात मानी है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि लड्डू जिस घी से बनाए जा रहे थे, उसके सैंपल्स के चार लैब रिपोर्ट्स में इसकी पुष्टि हुई है। राव ने कहा कि मंदिर प्रबंधन के पास अपनी लैब नहीं थी और घी सप्लायर एआर डेयरी फूड्स ने इसका फायदा उठाया।
उधर शनिवार को केंद्र और राज्य सरकार में फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के अधिकारी तमिलनाडु के डिंडीगुल स्थित एआर डेयरी फूड्स की फैक्टरी में जांच करने पहुंचे। इस बीच पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वाराणसी में शनिवार को कहा- कल रात मेरे कुछ सहयोगी बाबा विश्वनाथ धाम गए थे। रात में मुझे बाबा का प्रसादम दिया, तो मेरे मन में तिरुमाला की घटना याद आई। मेरा मन थोड़ा खटका। हर तीर्थ स्थल में ऐसी घटिया मिलावट हो सकती है। हिंदू धर्म के अनुसार ये बहुत बड़ा पाप है। इसकी ढंग से जांच हो।