Mayawati : बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने अमृतसर में बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा खंडित करने को लेकर पंजाब की आप सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकारी लापरवाही से ऐसी घटना हुई है। इसमें असामाजिक तत्वों के खिलाफ तत्काल सख्त कानूनी कार्रवाई हो। बसपा मुखिया मायावती ने सोमवार को अपने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की पंजाब के अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के पास हेरिटेज स्ट्रीट में स्थापित प्रतिमा खंडित करने व वहां संविधान की किताब के नजदीक आग लगाने का प्रयास शर्मनाक है। सरकारी लापरवाही से हुई ऐसी घटना की जितनी भी निंदा की जाए वह कम है।
उन्होंने आगे लिखा कि पंजाब में आप पार्टी की सरकार इस दुखद व अप्रिय घटना को अति-गंभीरता से लेकर ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ तत्काल सख्त कानूनी कार्रवाई (Legal Action) करें। ताकि भविष्य में ऐसी दुखद व तनाव पैदा करने वाली घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके। मायावती ने कहा कि ऐसे समय में जब पूरा देश कल बाबा साहेब का संविधान लागू होने के ऐतिहासिक दिन पर 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा था, संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा का यह अनादर करना खासकर आप पार्टी व उसकी सरकार के लिए बहुत शर्मिंदगी की बात है।
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मायावती (Mayawati) ने कहा कि बाबा साहेब का हर प्रकार का अनादर-अपमान तथा भारतरत्न नहीं देकर उनका तिरस्कार करना और उनके अनुयायियों की हमेशा उपेक्षा करने वाली कांग्रेस पार्टी द्वारा उनकी जन्मस्थली मध्यप्रदेश के महू में संविधान दिवस रैली करना विशुद्ध राजनीतिक छल व छलावा तथा चुनावी स्वार्थ है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब अभी दिल्ली में विधानसभा का आम चुनाव चल रहा है तो दिल्ली के मतदाताओं को खासकर आप, कांग्रेस व भाजपा के भी दोगले चाल, चरित्र व चेहरे से सावधानी बरतते हुए केवल अपनी अम्बेडकरवादी पार्टी बीएसपी को ही वोट देकर इसे मजबूत बनाएं, यही इनके हित में है।
ज्ञात हो कि 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर (Bhimrao Ambedkar) की प्रतिमा, जो अमृतसर के हेरिटेज स्ट्रीट पर स्थित है, उसे एक शरारती व्यक्ति द्वारा तोड़ने का प्रयास किया गया तथा संविधान को भी आग लगाने का प्रयास किया। इस मौके पर मौजूद लोगों ने उसे नीचे उतर पुलिस के हवाले किया। जब इस बात की जानकारी विभिन्न समाज संगठनों को मिली तो वे मौके पर पहुंचे और अपना विरोध जताया।