उत्तराखंड के चमोली जिले के नंदानगर में बुधवार देर रात बादल फटने और अतिवृष्टि से भारी नुकसान हुआ है। इस आपदा में 10 लोगों के लापता होने की सूचना मिली है, जिसमें कुंतरी लगा फाली गांव के 8 और धुरमा गांव के 2 लोग शामिल हैं। इस बीच, प्रशासन ने आपदा के बाद युद्ध स्तर पर बचाव कार्य तेज कर दिया है। एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) और एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीमें प्रभावितों को बचाने और राहत प्रदान करने में लगी हुई हैं।
चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा चमोली जिले के नंदानगर घाट क्षेत्र में बुधवार रात बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। इस घटना में करीब 10 लोगों के लापता होने की जानकारी मिली है और यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है। इसके अलावा, कई घरों को भारी नुकसान भी पहुंचा है।
Also Read : अब डाकघरों में बिकेगी बीएसएनएल की सिम
उन्होंने कहा आपदा के बाद सड़क को खोलने का काम तेजी से किया जा रहा है। मौके पर जिला प्रशासन ने तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर हैं और लापता लोगों की तलाश जारी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा जनपद चमोली के नंदानगर घाट क्षेत्र में हुई अतिवृष्टि से आसपास के घरों को क्षति पहुंचने की दुखद सूचना प्राप्त हुई है। स्थानीय प्रशासन, एसडीआरएफ व पुलिस की टीमें तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। इस संबंध में निरंतर प्रशासन से संपर्क में हूं और स्वयं स्थिति की गहन निगरानी कर रहा हूं। ईश्वर से सभी के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूं।
बता दें कि चमोली के नंदानगर में कुल 10 लोगों के लापता होने की सूचना है, जिसमें ग्राम कुंतरी लगा फाली के कुंवर सिंह पुत्र बलवंत सिंह (42 वर्षीय), कांता देवी पत्नी कुंवर सिंह (38 वर्षीय), विकास, विशाल, नरेंद्र सिंह, जगदंबा प्रसाद, भागा देवी और देवेश्वरी देवी शामिल हैं। इसके अलावा, धुरमा गांव के लापता लोगों में गुमान सिंह और ममता देवी शामिल हैं।
Pic Credit : ANI