Kedarnath Yatra: केदारनाथ धाम में इस बार मानसून के सीजन में कुदरत ने अपना कहर बरपाया है. कुदरत के बीच बसा बाबा केदार का मंदिर जहां जाना हर भक्त का एक सपना बन चुका है. 2013 की आपदा के बाद केदारनाथ में भक्तों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. इस सीजन की बात करें तो कई बार पैदल मार्ग पर लैंडस्लाइड और बादल फटने जैसी घटने देखने को मिली है. जिस कारण सुरक्षा को देखते हुए केदारनाथ पैदल यात्रा कई बार रोकी गई थी. लेकिन मानसून की विदाई को देखते हुए यात्रा पुन: शुरू की गई.
also read: चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखना, स्टोर करना अपराध: सुप्रीम कोर्ट
श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर
अतिवृष्टि के लगभग एक माह बाद पहली बार केदारनाथ में एक दिन में दर्शनार्थियों की संख्या सात हजार से अधिक रही. 22 सितंबर रविवार को धाम में 7102 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए. कपाट खुलने के बाद से धाम में अभी तक 11 लाख 60 हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. सोनप्रयाग सेक्टर मजिस्ट्रेट राकेश सिंह ने बताया कि रविवार को पैदल मार्ग खुलने के बाद दिनभर में कुल 18388 यात्री केदारनाथ के लिए रवाना हुए. इस दौरान धाम में 7102 यात्रियों ने दर्शन किए, जबकि 4626 यात्री सोनप्रयाग लौट आए. (Kedarnath Yatra)
आस्था और उत्साह का केंद्र
केदारनाथ धाम में हाल ही में आई अतिवृष्टि के बाद श्रद्धालुओं के आगमन का सिलसिला फिर से शुरू हो गया है. अतिवृष्टि के बाद पहली बार एक ही दिन में सात हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए. प्राकृतिक आपदाओं के बाद भी बाबा केदार के लिए भक्तों का उत्साह चरम पर था. इतनी कठिन परिस्थियों के बाद श्रद्धालु दर्शन के लिए आ रहे है. मौसम की कठिनाइयां भी आस्था और भक्ति को कमज़ोर नहीं कर सकतीं. केदारनाथ धाम में श्रद्धालु न केवल दर्शन कर रहे हैं, बल्कि इस आध्यात्मिक यात्रा का आनंद भी पूरी श्रद्धा और उत्साह के साथ ले रहे हैं.