Kedarnath Yatra : केदारनाथ पैदल मार्ग पर हादसे रूकने का नाम नहीं ले रहे है. केदारनाथ मार्ग पर एक के बाद एक हादसा हो रहा है. केदारनाथ पैदल मार्ग जंगल चट्टी के पास फिर धंस गया है. केदारनाथ पैदल मार्ग पर करीबन 10 से 15 मी का हिस्सा धंस गया है. यात्रियों से फिलहाल पैदल मार्ग से यात्रा न करने की अपील की गई है.
जिला प्रशासन ने सभी यात्रियों से सुरक्षित स्थान पर रहकर इंतजार करने की अपील की है. वहीं केदारनाथ से पैदल आ रहे यात्रियों को मार्ग ठीक होने पर प्राथमिकता के आधार पर निकल जाएगा. मौके पर सुरक्षा टीमें तैनात कर दी गई है. इस स्तिथि में जिला प्रशासन ने यात्रियों से पहले अन्य धामों की यात्रा करने को कहा है.
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पैदल मार्ग का 10 से 15 मीटर हिस्सा धंसा
मानसून की रफ्तार धीमी होने के बाद केदारनाथ यात्रा का दूसरा चरण शुरू हो चुका है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु केदारनाथ धाम की यात्रा कर रहे हैं. हालांकि, भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. लैंडस्लाइड और सड़क धंसने की घटनाओं ने यात्रा को और भी चुनौतीपूर्ण बना दिया है. (Kedarnath Yatra)
देर रात गौरीकुण्ड और केदारनाथ के बीच जंगल चट्टी के पास भू-धंसाव के कारण पैदल मार्ग का करीब 10 से 15 मीटर हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। इसके चलते मौके पर SDRF, NDRF और DDRF की टीमें तैनात की गई हैं. सुरक्षा के मद्देनजर सोनप्रयाग और गौरीकुण्ड क्षेत्र से किसी भी यात्री को पैदल मार्ग से केदारनाथ धाम नहीं भेजा जा रहा है.
पहले केदारनाथ से आ रहे यात्रियों को निकाला जाएगा
केदारनाथ धाम से नीचे की ओर आने वाले यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर रुकवाया जा रहा है. वैकल्पिक मार्ग तैयार होने पर पहले ऊपर से नीचे की ओर आ रहे यात्रियों को निकाला जाएगा. पुलिस ने पैदल केदारनाथ जाने वाले यात्रियों से अपील की है कि लोग इस समय जहां पर हैं, वहीं सुरक्षित रहें. यात्री सोनप्रयाग या गौरीकुण्ड पहुंचने की होड़ न रखें,क्योंकि सोनप्रयाग और गौरीकुण्ड क्षेत्र में यात्रियों के ठहरने की सुविधा सीमित है. ऐसे में यात्रियों को फाटा,गुप्तकाशी,रुद्रप्रयाग,श्रीनगर स्थानों पर रुकने की सलाह दी गई है.
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