कोलकाता। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोयला चोरी मामले में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा से करीब चार घंटे तक पूछताछ की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जांचकर्ताओं के पास रुजिरा से पूछताछ के लिए तीन पृष्ठों की एक प्रश्नावली थी। रुजिरा दोपहर करीब 12.40 बजे सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित ईडी के दफ्तर पहुंचीं। ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि उनसे विदेशी बैंकों में कुछ खातों के बारे में पूछताछ की गई। उनका बयान दर्ज किया गया।
रुजिरा से ईडी के अधिकारियों द्वारा पूछताछ किये जाने के बारे में पूछे जाने पर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा, रहने दीजिए, यह मेरा पारिवारिक मामला है और मैं इस बारे में नहीं बोलना चाहती। रुजिरा परिपक्व महिला है। जरूरत पड़ने पर वह इस बारे में बात करेगी।
रुजिरा को सोमवार को कोलकाता हवाई अड्डे पर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) जाने वाली उड़ान में सवार होने से रोक दिया गया था। रुजिरा के साथ उनके दोनों बच्चे भी थे। उन्हें आठ जून को पूर्वाह्न 11 बजे ईडी के समक्ष पेश होने का नोटिस थमाया गया था। हालांकि, वह अपने वकील के साथ दोपहर करीब 12.40 बजे सीजीओ कॉम्प्लेक्स पहुंचीं। वह पूछताछ के बाद ईडी के दफ्तर से शाम के करीब चार बजकर 20 मिनट पर निकली। मुख्यमंत्री के भतीजे अभिषेक ने आरोप लगाया कि उनके परिवार को परेशान करने का मकसद पश्चिम बंगाल में होने वाले पंचायत चुनाव से पहले उनके जनसंपर्क अभियान को रोकना है। ईडी मामले से जुड़े धन के लेन-देन की जांच कर रही है।
टीएमसी ने आरोप लगाया कि ईडी की कार्रवाई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का राजनीतिक प्रतिशोध है। राज्य में सत्तारूढ़ दल टीएमसी की प्रदेश इकाई के महासचिव कुणाल घोष ने कहा,जब भी अभिषेक बनर्जी को तलब किया गया, उन्होंने सहयोग किया। लेकिन जिस तरह से उनके परिवार को परेशान किया जा रहा है वह शर्मनाक है। यह और कुछ नहीं, बल्कि भाजपा का राजनीतिक प्रतिशोध है।