कोलकाता। आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सीबीआई के बाद अब ईडी का शिकंजा उनके ऊपर कस रहा है। शुक्रवार, छह सितंबर को ईडी ने संदीप घोष के छह ठिकानों पर छापा मारा। अस्पताल में वित्तीय गड़बड़ी के आरोपों पर ईडी ने धन शोधन के मामले को लेकर यह कार्रवाई की। इससे पहले सीबीआई इसी मामले में भ्रष्टाचार के आरोप में घोष को गिरफ्तार कर चुकी है। गौरतलब है कि आरजी कर अस्पताल में की जूनियर डॉक्टर के साथ नौ अगस्त को बलात्कार हुआ था और फिर हत्या कर दी गई थी। उस समय घोष प्रिंसिपल थे और उनके ऊपर मामले को दबाने, छिपाने और लीपापोती करने के आरोप लगे थे।
बहरहाल, ईडी ने शुक्रवार की सुबह घोष के बेलियाघाटा स्थित घर और उनके करीबियों के हावड़ा और सुभाषग्राम स्थित दो ठिकानों पर छापेमारी की। सात घंटे की कार्रवाई के बाद ईडी ने संदीप घोष के करीबी प्रसून चटर्जी को सुभाषग्राम के डे पारा इलाके में उनके आवास से हिरासत में लिया। घोष को शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट से भी झटका लगा। उन्होंने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में वित्तीय गड़बड़ी का मामला सीबीआई को सौंपने के कलकत्ता हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती दी थी, सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी।
गौरतलब है कि कलकत्ता हाई कोर्ट ने 13 अगस्त को सीबीआई को आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में वित्तीय गड़बड़ी की जांच सौंपी थी। सीबीआई ने घोष को दो सितंबर को गिरफ्तार किया था। इस बीच पांच सितंबर को सीबीआई की जांच में सामने आया है कि जूनियर डॉक्टर से बलात्कार और हत्या की घटना के अगले दिन ही संदीप घोष ने सेमिनार हॉल से लगे कमरों के रेनोवेशन का ऑर्डर दिया था। ध्यान रहे डॉक्टर का शव नौ अगस्त की सुबह सेमिनार हॉल में ही मिला था। माना जा रहा है कि सबूत मिटाने के लिए संदीप घोष ने रेनोवेशन का आदेश दिया था।