कोलकाता। आरजी कर मेडिकल कॉलेज की जूनियर डॉक्टर से बलात्कार और जघन्य हत्या के मामले की जांच कर रही सीबीआई ने रविवार को कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के घर छापा मारा। जांच एजेंसी ने घोष और उनसे जुड़े लोगों के 15 ठिकानों पर तलाशी ली। गौरतलब है कि हाई कोर्ट ने आरजी कर अस्पताल में वित्तीय गड़बड़ी के आरोपों की जांच भी सीबीआई को सौंपी है। उसी सिलसिले में एजेंसी ने कार्रवाई की है।
रविवार की सुबह करीब सात बजे जांच एजेंसी के अधिकारी घोष के घर पहुंचे। बेलियाघाटा आवास पर छापे के बाद सीबीआई ने उनसे पूछताछ की। बताया जा रहा है कि सीबीआई की टीम रविवार की सुबह जब घोष के घर पहुंची तो परिवार वालों ने सवा घंटे तक तक दरवाजा ही नहीं खोला था। गौरतलब है कि घोष पर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय गड़बड़ी का आरोप है। कॉलेज के पूर्व डिप्टी सुपरिटेंडेंट अख्तर अली ने उन पर कई आरोप लगाए थे।
पहले इस केस की जांच राज्य सरकार की बनाई एसआईटी कर रही थी। कोलकाता हाई कोर्ट ने सीबीआई को जांच सौंपी थी। सीबीआई ने 24 अगस्त को घोष के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। सीबीआई टीम रविवार को घोष के अलावा मेडिकल कॉलेज के फोरेंसिक मेडिसीन के प्रोफेसर डॉ. देबाशीष सोम, पूर्व सुपरिटेंडेंट संजय वशिष्ठ और हावड़ा के एक मेडिकल सप्लायर बिप्लब सिंह के घर भी पहुंची।
इस बीच, आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की जूनियर डॉक्टर से बलात्कार और जघन्य हत्या के मुख्य आरोपी संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट हो गया। हाई कोर्ट के आदेश पर इस मामले की जांच कर रही सीबीआई और सेंट्रल फॉरेंसिक टीम के सदस्य रविवार, 25 अगस्त को प्रेसीडेंसी जेल पहुंचे, जहां संजय रॉय बंद है। जेल में ही संजय रॉय से दोपहर साढ़े 12 बजे से साढ़े तीन बजे तक सवाल किए गए। एक दिन पहले 24 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष, चार अन्य डॉक्टरों और एक वॉलंटियर का पॉलीग्राफ टेस्ट किया गया था।