ईसीबी ने बुधवार को एक बयान में कहा कि देर शाम 25 सदस्यीय संचालन परिषद के सदस्यों की फोन पर बातचीत के बाद यह निर्णय किया गया।
इससे पहले, अमेरिकी फेडरल रिजर्व और अन्य केंद्रीय बैंकों ने भी आर्थिक संकट से पार पाने के लिये नीतिगत पहल की थी। ईसीबी ने कहा कि वह इस चुनौतीपूर्ण समय में यूरो क्षेत्र के सभी नागिरकों की मदद के लिये अपनी भूमिका निभाने को लेकर प्रतिबद्ध है। आलोचकों ने हाल ही में यूरो क्षेत्र की मदद के लिये अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरह पर्याप्त कदम नहीं उठाने को लेकर ईसीबी की निंदा की थी। ईसीबी के ताजा कदम की विश्लेषकों ने सराहना की है।
पिकटेट वेल्थ मैनेजमेंट के रणनीतिकार फ्रेडरिक डुकरोजेट ने कहा कि अगर राजकोषीय कदम भी उठाया जाता है तो ईसीबी की ताजा पहल यूरो क्षेत्र की अर्थव्यवस्था के लिये पासा पलटने वाला साबित होगी।