वाशिंगटन। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन से मुलाकात की, जिसमें भारत-चीन सीमा की स्थिति पर भी चर्चा हुई। ब्लिंकेन ने बताया कि दोनों मंत्रियों ने भारत-चीन की सीमा की स्थिति पर चर्चा की। हालांकि जयशंकर ने मीडिया के सामने इस बात का जिक्र नहीं किया। उन्होंने चीन के साथ चर्चा पर पूछे गए सवालों की अनदेखी करते हुए कहा कि हिंद-प्रशांत के मामले में विस्तार से चर्चा हुई।
उससे पहले अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा कि भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ उसकी बैठक सार्थक रही और इस दौरान उन्होंने दोपक्षीय संबंधों, कोविड-19 राहत प्रयासों, भारत-चीन सीमा स्थिति और अफगानिस्तान पर चर्चा की और साझा चिंताओं के क्षेत्रों पर साथ मिल कर काम करने का संकल्प किया। गौरतलब है कि जयशंकर अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर हैं। उन्होंने शुक्रवार को ब्लिंकेन से मुलाकात की।
विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा- ब्लिंकेन ने विदेश मंत्रालय में जयशंकर का स्वागत किया और अमेरिका-भारत व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी मजबूत करने की अमेरिकी प्रशासन की प्रतिबद्धता को दोहराया। ब्लिंकन ने कहा- डॉ. एस जयंशकर के साथ क्षेत्रीय सुरक्षा और अमेरिका के कोविड-19 राहत प्रयासों समेत आर्थिक प्राथमिकताओं, भारत-चीन सीमा स्थिति और अफगानिस्तान के लिए हमारे सहयोग पर आज रचनात्मक बातचीत की।
वहीं, जयशंकर ने ट्विट किया कि उन्होंने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों के साथ ही दोपक्षीय सहयोग के विभिन्न आयामों पर ब्लिंकेन के साथ सार्थक चर्चा की। जयशंकर ने कहा- भारत और अमेरिका के बीच टीकों की साझेदारी पर भी चर्चा की, जिसका मकसद टीकों की आपूर्ति सुनिश्चित करना है। भारतीय पत्रकारों के एक समूह के सवाल के जवाब में जयशंकर ने इसका जिक्र नहीं किया कि खासतौर से चीन पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा- हमने पूरे हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर चर्चा की। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा की गई।