
नई दिल्ली। सार्थक एजुकेशनल ट्रस्ट ने 10 करोड़ दिव्यांगों के सशक्तिकरण के लिए कैपजैमिनी के साथ मिलकर ‘कैपसारथी ऐप’ लाँच करने की घोषणा की है। ट्रस्ट ने यहां जारी बयान में बताया कि उसने एवं नेशनल एबिलिंपिक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने दिव्यांगता पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में इस ऐप को लाँच किया गया।
इस मौके पर बताया गया कि सार्थक द्वारा शुरू किये गये ऐप कैपसारथी, से ग्रामीण भारत के दिव्यांगजनों तक पहुंच सुनिश्चित करते हुए उनका कल्याण सुनिश्चित करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए कई कदम उठाए हैं। उच्च शिक्षा में 5 प्रतिशत आरक्षण एवं उनके लिए विशेष पहचान पत्र जैसे कई कदम इसका उदाहरण हैं। सरकार ग्वालियर में दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए एक स्पोर्ट्स अकेडमी भी स्थापित करने जा रही है। कौशल विकास एवं सरकार की अन्य योजनाओं में भी दिव्यांगजनों को केंद्र में रखा गया है।
कैपजेमिनी के उपाध्यक्ष डिजिटल इन्क्लुजन एंड सस्टेनेबिलिटी , अनुराग प्रताप ने कहा कि कैपजेमिनी का कैपसारथी ऐप देश के 718 जिलों और 6,64,369 गांवों तक पहुंचकर 10 करोड़ दिव्यांगजनों को कवर करेगा। इस ऐप को अलग-अलग श्रेणी के दिव्यांगों के प्रयोग के हिसाब से तैयार किया गया है। इसमें ऑनलाइन स्क्रीनिंग से लेकर काउंसिलिंग सपोर्ट आदि की सुविधा मिलेगी। इसमें दिव्यांगजनों के अभिभावक अन्य अभिभावकों से संपर्क भी कर सकेंगे और अपने अनुभव साझा करेंगे।
यहां थेरेपी से लेकर गाइडेंस तक की सुविधा होगी। इसमें चैट एवं कॉल पर हेल्प डेस्क सपोर्ट भी मिलेगा। सार्थक एजुकेशनल ट्रस्ट के संस्थापक डॉ जितेंद्र अग्रवाल ने कहा कि विगत वर्षों में कौशल विकास एवं आत्मसम्मान बढ़ाते हुए दिव्यांगजनों के लिए समावेशी माहौल बनाने में व्यापक प्रगति की है। साथ ही उन्हें चुनौतियों का सामना करने में मदद की है ताकि वे वर्कफोर्स का हिस्सा बन सकें। यहां तक कि कोविड-19 महामारी के दौरान भी सार्थक ने वर्चुअल प्लेटफार्म पर अपनी गतिविधियों को विस्तार देने की दिशा में कदम बढ़ाया है।