नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में 31 दिसंबर की रात हुए कंझावला कार एक्सीडेंट मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में लापरवाही बरतने के लिए 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। इस बीच इस मामले में एक नया खुलासा हुआ है, जिसके बाद अंजलि के एक्सीडेंट का मामला हत्या का मामला बन सकता है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक हादसे के वक्त कार में सवार चारों आरोपी नशे में धुत थे। पुलिस पहले ही बता चुकी है कि आरोपियों ने माना है कि उनको पता था कि कार के नीचे कोई दबा हुआ है फिर भी वे 12 किलोमीटर तक कार चलाते रहे।
बताया जा रहा है कि शुक्रवार को एफएसएल रोहिणी ने दिल्ली पुलिस को आरोपियों की ब्लड टेस्ट की रिपोर्ट सौंपी। ब्लड टेस्ट से पता चला है कि कि सभी आरोपियों ने शराब पी हुई थी। गौरतलब है कि घटना के वक्त कार में चार शख्स थे, जिन्होंने युवती के स्कूटी को पहले टक्कर मारी और फिर उसे कई किलोमीटर तक घसीटते रहे। इस हादसे में युवती की मौत हो गई। आरोपी सुल्तानपुरी से कंझावला तक करीब 12 किलोमीटर तक लड़की सड़कों पर घसीटते रहे।
इस घटना के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस बीच, दिल्ली पुलिस ने कंझावला मामले में शुक्रवार को अपने 11 कर्मियों को निलंबित कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि जिन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है, वे घटना के समय रास्ते में पीसीआर और चौकियों में ड्यूटी पर थे। गृह मंत्रालय ने इस मामले में गुरुवार को दिल्ली पुलिस को तीन पीसीआर वैन और दो चौकियों में ड्यूटी पर तैनात सभी कर्मियों को निलंबित करने का निर्देश दिया था।