नई दिल्ली। कांग्रेस छोड़ कर गुलाम नबी आजाद की डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी में शामिल हुए 17 नेताओं ने शुक्रवार को कांग्रेस में वापसी की। आजाद का साथ छोड़ कर इन नेताओं ने फिर कांग्रेस ज्वाइन कर ली। इनमें राज्य के बड़े दलित नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री ताराचंद और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पीरजादा मोहम्मद सईद भी शामिल हैं। पिछले कुछ दिनों से आजाद के भी कांग्रेस में वापसी करने की चर्चा हो रही है। हालांकि उन्होंने इससे इनकार किया है।
बहरहाल, आजाद की पार्टी के 17 नेताओं के कांग्रेस ज्वाइन करने के मौके पर कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल भी मौजूद थे। वेणुगोपाल ने नेताओं का स्वागत करते हुए कहा कि यह पार्टी के लिए खुशी का दिन है, क्योंकि वे भारत जोड़ो यात्रा से पहले अपने घर लौट आए हैं। गौरतलब है कि भारत जोड़ो यात्रा दो हफ्ते के बाद जम्मू कश्मीर में प्रवेश करेगी। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा देश में एक बड़ा आंदोलन बन गई है, इसलिए इन सभी नेताओं ने कांग्रेस में वापस आने का फैसला किया है।
वेणुगोपाल ने कहा कि यह केवल शुरुआत है और जब यात्रा जम्मू कश्मीर में प्रवेश कर रही है, तो कांग्रेस की विचारधारा वाले और अखंड भारत चाहने वाले सभी लोग पार्टी में शामिल होंगे। उन्होंने पार्टी में वापसी करने वाले नेताओं के लिए कहा- मुझे लगता है कि ये दो महीने की छुट्टी पर गए थे। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि कुल 19 नेताओं को शुक्रवार को कांग्रेस में वापसी करनी थी, लेकिन 17 नेता ही दिल्ली आकर ज्वाइन कर पाए। उन्होंने कहा कि यह पहला चरण है और अन्य भी जल्द ही वापसी करेंगे।
पार्टी छोड़ने के सवाल पर ताराचंद ने कहा- हम भावनाओं और दोस्ती में बह गए थे और जल्दबाजी में पार्टी छोड़ दी। यह पूछे जाने पर कि वे फिर से कांग्रेस में क्यों शामिल हुए, उन्होंने कहा- मुझ जैसे गरीब आदमी को कांग्रेस पार्टी ने टिकट दिया, विधायक बनाया, विपक्ष का नेता बनाया। हम कांग्रेस पार्टी में वापस आए हैं। वहीं, पीरजादा ने कहा कि मैं 50 साल कांग्रेस में रहा हूं, विभिन्न पदों पर काम किया, चार बार मंत्री रहा हूं। मुझसे भूल हुई थी, मैं जज्बात में आ गया था और करीब दो महीने मुझे नींद नहीं आई थी।