इटावा। उत्तर प्रदेश मे इटावा जिले मे बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में कार्यरत 23 शिक्षको को जांच के बाद बर्खास्त कर दिया गया है जब कि अभी भी 26 के खिलाफ गहनता से जांच चल रही है। बर्खास्तगी की यह कार्यवाही शैक्षिक दस्तावेजो की लंबी जांच के बाद की गई है ।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अजय कुमार सिंह ने बुधवार को यहां कहा कि बर्खास्त किये गये प्राथमिक शिक्षको पर फर्जी कागजातों के आधार पर नौकरी पाने का आरोप था, जो जांच में सही पाया गया । मामले की जांच एसआईटी ने की थी ।
जिले में कुल 49 शिक्षकों के कागजात संदिग्ध पाए गए थे। शेष 26 शिक्षकों पर कार्रवाई की तलवार लटकी है। उन्होने कहा कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय में सुनील कुमार बनाम भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय आगरा की याचिका के संबंध में दिए गए आदेश के बाद एसआईटी बनाकर मामले की जांच की गई थी ।
इन शिक्षकों ने जो दस्तावेज नौकरी के लिए लगाए थे वो फर्जी थे । नियुक्तियां 2006 से 2012 के बीच हुई थीं। उन्होने बताया कि असल मे 49 शिक्षकों के दस्तावेज संदिग्ध पाए गए थे। इनमें से 23 की सेवासमाप्त कर दी गई है जबकि 26 की नौकरी पर तलवार लटकी हुई है। जिनकी जांच हो रही है।
इटावा मे 23 फर्जी शिक्षक किये गये बर्खास्त
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