कीव। यूक्रेन पर रूस के हमले के 43वें दिन रूस ने एक रेलवे स्टेशन पर क्रूज मिसाइल से हमला किया, जिसमें कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि हजारों लोग उस समय स्टेशन पर थे और किसी तरह से वहां से निकलने की कोशिश कर रहे थे। इससे पहले भी रूस ने थिएटर और अस्पतालों को निशाना बनाया है, जहां लोग शरण लिए थे। रेलवे स्टेशन पर रूसी मिसाइल हमले में एक सौ से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। बताया जा रहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। Russian attack on station
रूस ने जंग के 43वें दिन पूर्वी यूक्रेन के एक रेलवे स्टेशन पर क्रूज मिसाइल से हमला किया है। यह हमला रूस की ओर से स्वतंत्र घोषित किए गए डोनेट्स्क के क्रामटोरस्क में हुआ। डोनेट्स्क के गवर्नर ने बताया कि जिस समय हमला हुआ, उस समय हजारों लोग वहां से बाहर निकलने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। हालांकि रूस ने इस हमले से इनकार किया है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने उलटे यूक्रेन पर जान-बूझकर ट्रेन स्टेशन को निशाना बनाने का आरोप लगाया है।
स्टेशन पर हमले से इनकार के बाद रूस ने कहा कि उसकी सेना ने ओडेसा में एक सैन्य प्रशिक्षण केंद्र तबाह कर दिया है। गौरतलब है कि इससे पहले राजधानी कीव के पास बुचा में सैकड़ों लोगों के शव मिले, जिन्हें रूसी सैनिकों ने मार डाला था। इस मामले में जर्मनी के एक दावे ने बुचा शहर में नरसंहार के आरोप झेल रहे रूस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। जर्मनी ने कहा है कि उसके इंटेलीजेंस डिपार्टमेंट ने सेटेलाइट के जरिए रूसी सेना का रेडियो ट्रांसमिशन रिकॉर्ड किया है। इस बातचीत में रूसी सेना के अधिकारी सैनिकों को आम नागरिकों की हत्या करने का आदेश दे रहे हैं। हालांकि रूस ने इसे प्रोपेगैंडा बताते हुए खारिज कर दिया है।
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उधर यूक्रेनी मीडिया ने दावा किया है कि यूक्रेन का सूमी इलाका पूरी तरह से रूसी सैनिकों के कब्जे से मुक्त हो गया है। ध्यान रहे इस इलाके में भी नरसंहार के निशान मिले थे। बहरहाल, संयुक्त राष्ट्र संघ ने बताया है कि यूक्रेन में अब तक 16 सौ से ज्यादा नागरिकों की मौत हो चुकी है। इसमें 131 बच्चे भी शामिल हैं। रूसी फौज के हमले की बर्बरता बताते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन, डब्लुएचओ ने कहा कि उसने यूक्रेन में स्वास्थ्य संस्थानों पर एक सौ से अधिक हमलों की पुष्टि की है, जिसमें 73 लोग मारे गए हैं और 51 घायल हुए हैं।
दूसरी ओर यूक्रेन ने दावा किया है कि उसने जंग में अब तक रूस के 18 हजार से ज्यादा सैनिकों को मार गिराया है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से 43 लाख लोगों ने दूसरे देशों में शरण ली है। करीब 65 लाख लोग अपने ही देश में विस्थापित हुए हैं। इस बीच अमेरिका के बाद ब्रिटेन ने भी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की बेटियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।