लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पहले चरण का शहरी निकाय चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। एकाध जगह छिटपुट हिंसा की खबरों के अलावा किसी बड़ी घटना की खबर नहीं है। पहले चरण में 52 फीसदी मतदान हुआ। दूसरे चरण का मतदान 11 मई को होगा और वोटों की गिनती 13 मई को होगी। उत्तर प्रदेश के शहरी निकाय चुनाव के पहले चरण में प्रदेश के नौ मंडलों के 37 जिलों में मतदान हुआ।
राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने शुक्रवार को देर शाम बताया कि पहले चरण के लिए मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और शाम छह बजे तक चला और इस दौरान 52 फीसदी मतदान हुआ है। आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक पांच बजे तक लखनऊ में 38.62 फीसदी, वाराणसी में 40.58 प्रतिशत, आगरा में 40.32 फीसदी, गोरखपुर में 42.43 और प्रयागराज में 33.61 फीसदी वोट पड़े हैं।
राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से जारी बयान के मुताबिक, सबसे ज्यादा वोट 66.48 फीसदी वोट महाराजगंज में पड़े है। उसके बाद शामली में 65.02, कुशीनगर में 64.11 और अमरोहा में 63.41 फीसदी मतदान हुआ। इससे पहले साल 2017 के शहरी स्थानीय निकाय चुनाव के पहले चरण में 52.59 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। 2017 में तीन चरणों में मतदान हुआ था और कुल मतदान 53 फीसदी हुआ था।
ज्यादातर जगहों पर मतदान शांतिपूर्ण रहा। वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले से हिंसा, पथराव और हंगामे की खबरें आईं। पुलिस ने बताया कि पथराव में आधा दर्जन लोग घायल हुए हैं। राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि अति संवेदनशील स्थलों पर सतत निगरानी के लिए वीडियोग्राफी, सीसीटीवी व वेबकास्टिंग की व्यवस्था कराई गई थी। इस बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अरविंद कुमार सिंह ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को लिखे पत्र में मुरादाबाद में पुलिस द्वारा पहचान पत्रों की जांच करने के नाम पर मतदाताओं को धमकाने का आरोप लगाते हुए आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी।