नई दिल्ली | राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने बुधवार को तृणमूल कांग्रेस के छह सांसदों डोला सेन, नदीमुल हक, अर्पिता घोष, मौसम नूर, शांता छेत्री और अबीर रंजन बिस्वास को एक दिन के लिए सदन से निलंबित (TMC MP Suspend) कर दिया। मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में हो रहे हंगामे पर कार्रवाई लेते हुए टीएमसी के इन छह सांसदों को एक दिन के लिए निलंबित किया गया है।
सभापति वेंकैया नायडू ने कार्यवाही की शुरूआत में उपरोक्त छहों सांसदों का नाम लिया। और कहा, जो सांसद वेल में हैं और तख्तियां पकड़े हुए हैं, उन्हें सदन छोड़ देना चाहिए।
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सदन की शुरूआत में तृणमूल कांग्रेस के सदस्य आसन के समक्ष आकर पेगासस जासूसी विवाद पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा करने लगे थे। इसके साथ ही राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने पेगासस जासूसी विवाद को लेकर आसन के समक्ष हंगामा कर रहे इन सांसदों को पूरे दिन के लिए सदन से निलंबित ( TMC MP Suspend ) कर दिया। इधर, विपक्ष ने कहा है कि मोदी सरकार विपक्षी दलों के बीच दरार पैदा करना चाहती है लेकिन वे एकजुट हैं। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, केन्द्र सरकार के एकता को तोड़ने के प्रयासों के बावजूद देश का विपक्ष एकजुट है। रमेश ने कहा कि हम पहले गृह मंत्री के जवाब के साथ पेगासस कांड और राष्ट्रीय सुरक्षा पर इसके प्रभाव पर चर्चा की मांग करते हैं। इसके बाद फिर 3 काले कृषि कानूनों को निरस्त करना और किसानों की चिंताओं पर चर्चा की जानी चाहिए।देश को मिला एक और मैडल, रवि कुमार फाइनल में पहुंचे, आज तय होगा रंग
विपक्षी सांसदों ने पेगासस मुद्दे पर चर्चा की मांग की, लेकिन सभापति ने इस मांग को खारिज कर दिया। विपक्ष का आरोप है कि केन्द्र की सरकार संसद को कमजोर कर रही है।
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