नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आजमाए जा रहे तमाम उपायों के बावजूद हवा जहरीली बनी हुई है। दिल्ली और एनसीआर के ज्यादातर इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई गंभीर श्रेणी में बना हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड यानी सीपीसीबी की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया है कि राजधानी की हवा में मामूली सुधार हुआ है लेकिन एक्यूआई गंभीर श्रेणी में ही है। दिल्ली सरकार हवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए कृत्रिम बारिश कराने पर विचार कर रही है। गौरतलब है कि दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान यानी ग्रैप का चौथा स्तर लागू किया गया है फिर भी कोई फर्क नहीं दिख रहा है।
बहरहाल, गुरुवार सुबह के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में सुबह अनेक जगहों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक 450 से ज्यादा दर्ज किया गया। सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में, बवाना में 437, नजफगढ़ में (450), न्यू मोती बाग में 450, आरके पुरम में 453, पंजाबी बाग में 444, आईटीओ पर 441 और आनंद विहार में 432 दर्ज किया गया। अगर एनसीआर की बात करें तो नोएडा में गुरुवार का औसत एक्यूआई 461 रहा, जो बेहद गंभीर श्रेणी है। गुरुग्राम का औसत एक्यूआई 396, फरीदाबाद का 414 और गाजियाबाद का औसत एक्यूआई 370 रहा।