
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। अगर वे चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं तो यह पहली बार होगा, जब वे विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने संकेत दिया है कि वे आजमगढ़ से विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। गौरतलब है कि वे आजमगढ़ से ही सांसद हैं। उन्होंने बुधवार को कहा कि वे आजमगढ़ से सांसद हैं और अगर विधानसभा चुनाव लड़ते हैं तो उन्हें लोकसभा से इस्तीफा देना होगा। इसलिए वे लोगों से पूछ कर इस बारे में फैसला करेंगे। जानकार सूत्रों के मुताबिक वे आजमगढ़ की गोपालपुर सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
अखिलेश यादव चुनाव की घोषणा के बाद से ही हर दिन कोई न कोई बड़ी घोषणा कर रहे हैं। इस क्रम में उन्होंने बुधवार को कहा कि यूपी में सत्ता में आने पर समाजवादी पेंशन योजना फिर शुरू करेंगे और इसके तहत जरूरतमंदों को हर साल 18 हजार रुपए देंगे। सपा प्रमुख ने कहा- इस बार छह हजार रुपए साल नहीं, बल्कि 18 हजार रुपए साल मिलेगा। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा अकाउंट समाजवादी पार्टी ने खुलवाए थे।
विधानसभा चुनाव लड़ने के बारे में अखिलेश ने कहा- आजमगढ़ से मैं सांसद हूं, वहां की जनता से पूछकर इस बारे में फैसला करूंगा। अपने भाई की पत्नी अपर्णा यादव के भाजपा में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा- मैं उन्हें बहुत मुबारकबाद दूंगा। मैं खुश हूं कि समाजवादी विचारधारा का विस्तार हो रहा है। अखिलेश ने यह भी कहा कि अपर्णा को नेता जी ने बहुत समझाने का प्रयास किया था। उन्होंने कहा- हम खुश हैं कि बीजेपी उन्हें टिकट दे रही है, जिन्हें हम टिकट नहीं दे पा रहे थे।
चुनाव तैयारियों को लेकर अखिलेश यादव आरोप लगाया कि भाजपा को पहले से पता था कि सब कुछ वर्चुअल होने वाला है तभी बीजेपी ने पहले से स्टूडियो बना लिए और पहले ही सारे उपकरण ले लिया। सपा प्रमुख ने कहा- छोटे दल बताइए कि कैसे प्रचार करेंगे। लोकतंत्र में भेदभाव नहीं होना चाहिए। उन्होंने आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में कहा- हम लगातार चुनाव आयोग के नियमों का पालन कर रहे हैं।