लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अपनी पार्टी के एक नेता की गिरफ्तारी का विरोध करने और भाजपा के कुछ नेताओं की शिकायत करने रविवार को पुलिस मुख्यालय पहुंच गए। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सोशल मीडिया टीम के कुछ नेताओं के खिलाफ शिकायत की। गौरतलब है कि इससे पहले उनकी पार्टी की सोशल मीडिया का काम देखने वाले मनीष जगन अग्रवाल को उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
अखिलेश यादव इसके विरोध में भाजपा के सोशल मीडिया के कुछ नेताओं के खिलाफ शिकायत लेकर पुलिस मुख्यालय पहुंचे। वे करीब दो घंटे पुलिस मुख्यालय में मौजूद रहे। इस बीच मुख्यालय के बाहर बड़ी तादाद में सपा कार्यकर्ता इकट्ठा हो गए। पुलिस मुख्यालय में जब अधिकारियों ने अखिलेश को चाय ऑफर की तो उन्होंने कहा कि वे पुलिस की चाय नहीं पीएंगे क्योंकि कहीं जहर मिला दिया तो!
हालांकि बाद मं अखिलेश यादव की शिकायत पर भाजपा की आईटी सेल की ऋचा राजपूत पर भी पुलिस ने मुक़दमा दर्ज कर लिया। इस मामले पर यूपी पुलिस के एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बाद में प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने बताया कि अखिलेश ने चाय पी थी। प्रशांत कुमार ने कहा- बाद में उन्होंने अधिकारियों की मौजूदगी में चाय पी। सभी ने उनके साथ अच्छा व्यवहार किया था। तमाम वरिष्ठ अधिकारी वहां मौजूद थे. उनकी बात सुनी गई और उन्हें सब कुछ समझाया गया। वे सबसे संतुष्ट होकर चले गए।
इससे पहले समाजवादी पार्टी के मीडिया प्रकोष्ठ के पदाधिकारी मनीष जगन अग्रवाल को सोशल मीडिया पर महिलाओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में रविवार की सुबह लखनऊ के हजरतगंज इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया। भाजपा युवा मोर्चा की उत्तर प्रदेश इकाई की एक महिला पदाधिकारी ने छह जनवरी को हजरतगंज कोतवाली में सपा मीडिया सेल के ट्विटर हैंडल पर बलात्कार और जान से मारने की धमकी दिए जाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था।