
ठाणे। महाराष्ट्र में चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ के दौरान किसी तरह की अप्रिय घटना से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की एक अन्य टीम नागपुर से ठाणे जिले में भेजी गयी है।
ठाणे महानगरपालिका (टीएमसी) की क्षेत्रीय आपदा प्रबंधन शाखा (आरडीएमसी) के प्रमुख संतोष कदम ने बताया कि भयंदर के उट्टन तट पर एनडीआरएफ की एक टीम को पहले ही तैनात किया गया है जहां कई मछुआरों के परिवार रहते हैं।
मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान मछली पकड़ने के लिए गयीं सभी 577 नाव पालघर लौट गई हैं। जिला प्रशासन ने बुधवार को चक्रवाती तूफान के तट से टकराने से पहले नावों को सुरक्षित वापस लाने के लिए तट रक्षकों, मत्स्य विभाग और नौसेना से मदद ली है। दहानु, पालघर, वसई, तलसारी तालुक में समुद्र के किनारे और निचले स्थानों पर कच्चे मकानों में रहने वाले 15 हजार से अधिक लोगाें को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। एनडीआरएफ की दो टुकड़ियां पहले से ही पड़ोसी जिले पालघर में तैनात की गई हैं।
पालघर के जिलाधिकारी डॉ. कैलाश शिंदे और ठाणे के जिलाधिकारी राजेश नरवेकर ने निषेधाज्ञा जारी की है और समुद्र तट के पास लोगों की मछली पकड़ने और अन्य गतिविधियों पर पाबंदी लगाई है। यह आदेश चार जून तक जारी रहेगा। एनडीआरएफ कमांडेंट राजेन्द्र पाटिल ने बताया कि एसडीआरएफ और टीडीआरएफ की एक-एक टीम ठाणे में पहले से ही तैनात की गई है।