गुवाहाटी। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने असम में पहली राजनीतिक रैली की। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ केजरीवाल ने गुवाहाटी में एक रैली को संबोधित किया और असम के लोगों को दिल्ली के विकास मॉडल के बारे में बताया। उन्होंने असम के लोगों को मुफ्त बिजली, पानी और अच्छी शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में भी बताया। केजरीवाल ने राज्य के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की चेतावनी का मुद्दा भी उठाया और कहा कि एक मुख्यमंत्री का धमकी देना शोभा नहीं देता।
केजरीवाल ने रैली में कहा- एक राज्य का मुख्यमंत्री किसी दूसरे राज्य के सीएम को धमकी दे, ये कहीं से भी शोभा नहीं देता। उन्होंने असम के मुख्यमंत्री के नेतृत्व क्षमता पर भी सवाल उठाया और कहा कि मुख्यमंत्री सरमा ने पिछले सात साल में केवल गंदी राजनीति की है। गौरतलब है कि असम के मुख्यमंत्री ने केजरीवाल को चेतावनी दी थी। सरमा ने कहा था कि अगर केजरीवाल उनके ऊपर आरोप लगाते हैं तो वे कानूनी कार्रवाई करेंगे।
इस पर केजरीवाल ने कहा- मैंने सुना है कि हिमंता बिस्वा सरमा ने क्या कहा है। वे मुझे धमकी दे रहे थे। कह रहे थे कि अगर केजरीवाल आया तो हम उसे जेल में डाल देंगे। असम के लोग ऐसे नहीं हैं, वे मेहमाननवाज हैं। वे धमकी नहीं देते। सीएम हिमंता बिस्वा सरमा को चाहिए कि असम की संस्कृति और परंपरा के बारे में जानें। केजरीवाल ने आगे कहा- मैं उन्हें दिल्ली आमंत्रित करता हूं, उन्हें मेरा मेहमान बनने दीजिए। मैं उन्हें चाय पिलाऊंगा और उन्हें दिल्ली घुमाने ले जाऊंगा।
केजरीवाल ने प्रधानमंत्री की पढ़ाई लिखाई और उनकी डिग्री पर भी अपना सवाल दोहराया और कहा- आज के युवा आकांक्षी हैं और एक अशिक्षित व्यक्ति उनका नेतृत्व नहीं कर सकता। उन्होंने कहा- मैं आप सभी से पूछना चाहता हूं, क्या आपको लगता है कि लोग एक शिक्षित प्रधानमंत्री चाहते थे या नहीं? आज, हमारा युवा एक महत्वाकांक्षी युवा शक्ति है। एक कम शिक्षित या अशिक्षित व्यक्ति एक महत्वाकांक्षी पीढ़ी का नेतृत्व नहीं कर सकता है। केजरीवाल ने पूर्वोत्तर की पूर्ववर्ती राज्य सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा- पूर्वोत्तर राज्य में सत्ता में आने वाली सभी पार्टियों ने केवल लोगों को धोखा दिया और लूटा है।