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चामुंडेश्वरी देवी की पूजा के बाद आगे बढ़े राहुल

ByNI Desk,
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चामुंडेश्वरी देवी की पूजा के बाद आगे बढ़े राहुल
मैसुरू। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा कर्नाटक के मैसुरू पहुंच गई है, जहां रविवार की शाम को राहुल गांधी ने भारी बारिश में एक जनसभा को संबोधित किया। उसके अगले दिन सोमवार को राहुल ने चामुंडेश्वरी देवी की पूजा करके यात्रा आगे बढ़ाई। सोमवार को कर्नाटक में अपनी यात्रा के तीसरे दिन राहुल ने यहां चामुंडी पहाड़ियों के ऊपर स्थित चामुंडेश्वरी मंदिर जा कर पूजा अर्चना की। राहुल जब मंदिर गए तब उनके साथ उनके समर्थक और पार्टी के नेता भी थे। देवी चामुंडेश्वरी मैसूर राजघराने की कुल देवी और कई शताब्दियों से मैसुरू की अधिष्ठात्री देवी हैं। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी कर्नाटक पहुंच गई हैं। वे दो दिन आराम करने के बाद छह अक्टूबर को भारत जोड़ो यात्रा का हिस्सा बनेंगी। कांग्रेस के महासचिव और पार्टी के मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि सोनिया गांधी कर्नाटक पहुंच गई हैं और छह अक्टूबर की सुबह साढ़े छह बजे वे भी भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगी। सेहत बहुत अच्छी नहीं होने के बावजूद वे कुछ दूर तक पैदल चलेंगी। अगले दिन प्रियंका गांधी वाड्रा भी भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगी। इस बीच भारत जोड़ो यात्रा को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है। यह विवाद कर्नाटक के झंडे पर राहुल गांधी की तस्वीर लगाने को लेकर है। कई कन्नड़ संगठनों ने कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व कर रहे राहुल गांधी पर निशाना साधा है। कन्नड़ संगठनों ने कांग्रेस को कर्नाटक ध्वज पर राहुल गांधी की तस्वीर का इस्तेमाल नहीं करने की चेतावनी दी है। रविवार को मैसुरू में पार्टी की यात्रा के दौरान कर्नाटक के झंडे लहराते देखे गए। इन झंडों पर राहुल गांधी की तस्वीरें छपी हुई थीं। इसे लेकर कर्नाटक के राजस्व मंत्री आर अशोक ने कहा- मैं कन्नड़ ध्वज पर फोटो की निंदा करता हूं। जब सिद्धारमैया सत्ता में थे, उन्होंने कर्नाटक का झंडा बदल दिया। उस समय सभी कन्नाडिगों ने विरोध किया, फिर उन्होंने इसे बदल दिया। अब, राहुल गांधी की तस्वीर कांग्रेस के लिए शर्म की बात है। इसके जवाब में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा- मैं माफी नहीं मांगूंगा। यह हमारा मूल कर्तव्य है। कन्नड़ झंडा किसी की संपत्ति नहीं है। राष्ट्रीय ध्वज पर, हम अपने नेताओं की तस्वीर लगाते हैं। कन्नड़ ध्वज पर भी, हम अपने नेताओं की तस्वीर लगाते हैं। यह फैसला हमने लिया है। मैं माफी नहीं मांगना चाहता।
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