
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना वायरस की महामारी के दौरान लोगों का इलाज करते हुए जान गंवाने वाले डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को भारत रत्न देने की मांग की है। उनसे पहले झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिख कर कहा था कि भारत में कोरोना वायरस को रोकने वाला स्वदेशी टीका बनाने वाले वैज्ञानिकों को भारत रत्न दिया जाए।
अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिख कर कोरोना से जान गंवाने वाले डॉक्टर, नर्स और दूसरे स्वास्थ्यकर्मियों के लिए भारत रत्न की मांग की है। प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी में केजरीवाल ने कहा कि महामारी के समय स्वास्थ्यकर्मियों ने जिस तरह देश की सेवा की है, उसे भुलाया नहीं जा सकता, इसलिए पूरी हेल्थकेयर कम्युनिटी को सम्मानित किया जाना चाहिए।
केजरीवाल ने अपनी चिट्ठी में लिखा है- मैं केंद्र सरकार से अपील करता हूं कि इस साल का भारत रत्न डॉक्टरों को दिया जाए। उन्हें सम्मानित करने का इससे अच्छा कोई और तरीका नहीं हो सकता। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के मुताबिक देश में कोरोना से अब तक 1,492 डॉक्टरों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा कई दूसरे स्वास्थ्यकर्मियों की जान भी संक्रमण की वजह से गई है। उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार कोरोना से मरने वाले सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स को एक करोड़ रुपए का मुआवजा दे रही है।
मुख्यमंत्री ने आगे लिखा है कि डॉक्टरों को भारत रत्न दिए जाने में कोई समस्या है तो उसे दूर किया जाना चाहिए। जरूरत पड़ने पर नियमों में बदलाव भी किया जा सकता है। उन्होंने लिखा- पूरा देश इस समय डॉक्टरों का आभारी है। यदि उन्हें भारत रत्न दिया जाता है तो इससे पूरे देश को खुशी मिलेगी। इससे पहले एक जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे पर भी अरविंद केजरीवाल ने देश के कुछ डॉक्टरों के साथ वर्चुअल मीटिंग की थी। गौरतलब है कि भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।