चंडीगढ़। पंजाब में दूसरे भिंडरावाले के नाम से मशहूर हो रहे खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह पर पंजाब पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। शुक्रवार को पंजाब पुलिस ने खालिस्तान समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ (‘Waris Punjab De’) के खिलाफ कई जगह बड़ी कार्रवाई की। कई जिलों की पुलिस ने एक साझा अभियान के तहत अनेक जगह छापे मारे और अमृतपाल के नौ करीबियों को हिरासत में लिया। खबरों के मुताबिक इसके बाद एक बेहद नाटकीय घटनाक्रम में अमृतपाल का पीछा करके पुलिस ने उसे भी पकड़ लिया। हालांकि देर रात तक पुलिस ने गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है।
दूसरी ओर अमृतपाल के पिता ने कहा है उनकी जानकारी है कि पुलिस ने अमृतपाल को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन पुलिस उनसे कह रही है वे अमृतपाल को सरेंडर करने के लिए कहें। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने बेटे की सलामती की चिंता हो रही है। बहरहाल, पुलिस ने इस मामले की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए शनिवार को दिन में 12 बजे से पूरे राज्य में इंटरनेट बंद कर दिया है। साथ ही थोक में एसएमएस भेजने की सेवा भी बंद कर दी गई है। बहरहाल, अमृतपाल के छह साथियों को शनिवार दोपहर जालंधर से मोगा की तरफ जाते समय पकड़ा गया। इसके बाद पंजाब पुलिस ने अमृतपाल को पकड़ने के लिए डेरा डाला तो वह गाड़ी में बैठकर भाग निकला। बताया जा रहा है कि पुलिस की करीब एक सौ गाड़ियों ने लगभग डेढ़ घंटा पीछा करने के बाद उसे जालंधर के नकोदर एरिया से पकड़ लिया।
इसके साथ ही माहौल बिगड़ने की आशंका के चलते पंजाब में 24 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। राज्य में रविवार दोपहर 12 बजे तक मोबाइल इंटरनेट और थोक में एसएमएस भेजने की सेवाएं बंद रहेगी। पूरे समूचे पंजाब में पुलिस और प्रशासन हाई अलर्ट पर है। अमृतसर, फाजिल्का, मोगा और मुक्तसर सहित कई जिलों में धारा 144 लगा दी गई है। हालांकि आधिकारिक रूप से यह बताया जा रहा है कि 19 और 20 मार्च को अमृतसर में होने वाला जी 20 देशों का सम्मेलन की वजह से ऐहतियात बरती जा रही है।
गौरतलब है कि खालिस्तान समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल के खिलाफ तीन मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें से दो मामले अमृतसर जिले के अजनाला थाने में हैं। अपने एक करीबी की गिरफ्तारी के बाद अमृतपाल और उसके समर्थक 23 फरवरी को अमृतसर के पास अजनाला थाने में घुस गए थे और पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया था। उसके दबाव में पंजाब पुलिस को उसके साथी को छोड़ना पड़ा था। इसके लिए पंजाब पुलिस की बड़ी आलोचना हुई थी।
बहरहाल, बताया जा रहा है कि शनिवार को अमृतपाल ने जालंधर-मोगा नेशनल हाईवे के पास और बठिंडा में दो कार्यक्रम रखे थे। उससे पहले ही जालंधर और मोगा पुलिस ने साझा अभियान में उसे पकड़ने की योजना बनाई। इसके लिए नेशनल हाईवे पर भी सुबह से ही भारी नाकेबंदी कर दी गई।बताया जा रहा है कि पुलिस को देख कर अमृतपाल ने दूसरे रास्ते से भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने पीछा करके उसे पकड़ लिया।
अमृतपाल के समर्थकों का प्रदर्शन
पंजाब में दूसरे भिंडरावाले के नाम से मशहूर हो रहे खालिस्तान समर्थक नेता अमृतपाल की गिरफ्तारी की खबर के बाद उसके समर्थकों ने मोहाली में प्रदर्शन शुरू कर दिया है। चंडीगढ़-मोहाली सीमा पर एक सौ से ज्यादा निहंग हाथों में नंगी तलवारें और डंडे लेकर सड़क पर उतर गए। अमृतपाल को रिहा करने के लिए नारेबाजी करते हुए ये लोग चंडीगढ़ की तरफ बढ़े और पुलिस ने रोकातो एयरपोर्ट जाने वाली सड़क जाम कर दी। पंजाब पुलिस के जवानों ने घेरा डाल कर इनको रोका है।
मोहाली में शाम पांच बजे से अमृतपाल समर्थकों ने हवाईअड्डा जाने वाली सड़क जाम की और धीरे धीरे लोगों की भीड़ बढ़ने लगी। इसके बाद रैपिड एक्शन फोर्स, आरएएफ के अलावा बुलेटप्रूफ ट्रैक्टर भी तैनात कर दिया गया। देर रात तकपुलिस और प्रशासन के कई बड़े अधिकारी मौके पर मौजूद थे और प्रदर्शन कर रहे लोगों को वापस भेजने की कोशिश कर रहे थे। मोहाली के सिटी एसपी भी मौके पर मौजूद थे।