ताजा पोस्ट

बिहार चुनाव: 'बाबा की नगरी' सुल्तानगंज में कांटे की टक्कर

ByNI Desk,
Share
बिहार चुनाव: 'बाबा की नगरी' सुल्तानगंज में कांटे की टक्कर
भागलपुर। 'बाबा की नगरी' के रूप में प्रसिद्ध भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में इस विधानसभा चुनाव में मुकाबला कांटे का है। सुल्तानगंज से लगातार चार बार जीत दर्ज कर चुके सत्तारूढ़ जद(यु) जहां इस चुनाव में पांचवीं बार जीत कर 'पंच' लगाने की कोशिश में है, वहीं विपक्षी दलों के गठबंधन की ओर से चुनावी मैदान में उतरे कांग्रेस के उम्मीदवार कांग्रेस के सूखे को यहां समाप्त करने में जुटे हैं। उत्तरवाहिनी गंगा प्रवाहित होने वाले सुल्तानगंज का खास महत्व है। प्रसिद्ध अजगैबीनाथ मंदिर के लिए भी यह क्षेत्र प्रसिद्ध है। प्रत्येक साल करीब एक करोड़ कांवडिये सुल्तानगंज से पवित्र गंगा जल लेकर देवघर जाते हैं और ज्योतिलिर्ंग पर जलार्पण करते हैं। सावन और भादो महीने में सुल्तानगंज और आसपास का इलाका भक्तिमय हो जाता है। यही कारण है कि सुल्तानगंज की पहचान 'बाबा की नगरी' के रूप में है। कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले सुल्तानगंज सीट पर पिछले चार चुनाव से जदयू के प्रत्याशी चुनाव जीत रहे हैं। भागलपुर जिले के सुल्तानगंज सीट पर 28 अक्टूबर को पहले चरण में मतदान होना है। इस सीट पर कांग्रेस ने सबसे अधिक 7 बार जीत दर्ज की है, लेकिन पिछले चार चुनावों से जदयू के प्रत्याशी जीत रहे हैं। पिछले चुनाव में जदयू के सुबोध राय ने रालोसपा के प्रत्याशी हिमांशु प्रसाद को हराया था। इस चुनाव में अब परिस्थितियां बदल गई है। इस चुनाव में जदयू ने अपने प्रत्याशी बदलकर ललित मंडल को चुनावी मैदान में उतारा है जबकि महागठबंधन की ओर से कांग्रेस ने युवा चेहरा और युवक कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ललन यादव को चुनावी मैदान में उतारा है।
Published

और पढ़ें