बगहा/पटना। बिहार में शनिवार का दिन 2024 के लोकसभा चुनाव के अभियान की शुरुआत करने वाला था। राज्य के पूर्वी छोर पर महागठबंधन की रैली थी तो उत्तरी सिरे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रैली करके चुनाव का बिगुल फूंका। उन्होंने दो टूक अंदाज में कहा कि नीतीश कुमार के लिए एनडीए का रास्ता अब बंद हो गया है। शाह ने दावा किया कि बिहार में एक बार फिर जंगलराज की वापसी हो गई है। वाल्मिकीनगर में रैली के बाद अमित शाह ने पटना में किसान मजदूर समागम में हिस्सा लिया और वहां भी नीतीश पर निशाना साधा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वाल्मीकिनगर में अपने 20 मिनट के भाषण में सबसे ज्यादा हमला नीतीश कुमार पर किया। शाह ने भाषण की शुरुआत में ही लोगों से पूछा कि जंगल राज से मुक्ति चाहिए या नहीं। उन्होंने कहा- अगर चाहिए तो 2024 में फिर से मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाने का निश्चय कीजिए। जंगलराज से मुक्ति के लिए 2024 में भाजपा को जिताकर शुरुआत करिए। उनका पूरा भाषण 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर था।
उन्होंने कहा- विधानसभा चुनाव में आपने भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी बनाया था। हमारा वादा था कि हम नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाएंगे। हमने बनाया भी, लेकिन नीतीश बाबू ऐसे आदमी हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री का सपना आता है। अब नीतीश के लिए भाजपा के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो गया। वाल्मीकि नगर में सभा के बाद पटना के बापू सभागार पहुंचे। वहां पर भी उनके निशाने पर नीतीश और लालू यादव रहे।
बापू सभागार में आयोजित स्वामी सहजानंद सरस्वती की जयंती समारोह और किसान मजदूर समागम में अमित शाह ने कहा- स्वामी सहजानंद ने बिहार में कर्मभूमि बनाकर अंग्रेजों के खिलाफ किसान मजदूर आंदोलन खड़ा किया। अपनी ही जाति के जमींदारी प्रथा के खिलाफ लड़ाई लड़ी। इस समय स्वामी सहजानंद जी का बिहार गर्त में जा रहा है। इसे हमें बाहर निकालना है। नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा कि चारा चोर के साथ नीतीश बैठ गए। इससे किसानों का भला होगा क्या?