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भारत-चीन की हुई 12वीं बैठक

ByNI Desk,
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भारत-चीन की हुई 12वीं बैठक
India china border dispute नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में 14 महीने से ज्यादा समय से चल रहे गतिरोध को सुलझाने के लिए भारत और चीन के सैन्य अधिकारियों की 12वीं बैठक शनिवार को हुई। कमांडर स्तर की यह वार्ता चीन के हिस्से वाले मोल्डो में हुई। बताया जा रहा है कि इस बैठक में सभी विवादित जगहों से सैनिकों के पीछे हटने पर सहमति बनाने का था। इसमें देपसांग और गोगरा हॉट स्प्रिंग से सैनिकों के पीछे हटने और डेमचॉक से चीन के टेंट हटाने के बारे में बात हुई। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही पता चला था कि चीन ने डेमचॉक में भारत के हिस्से में टेंट लगा लिया है और कहने के बावजूद पीछे नहीं हट रहा है। Read also Tokyo Olympics : टोक्यो ओलंपिक में पीवी सिंधु सिल्वर को गोल्ड में बदलने के लिय़े रही नाकाम, सेमीफाइनल में ताई त्ज़ु-यिंग से हारी गौरतलब है कि पिछले साल अप्रैल से भारत और चीन के बीच सीमा विवाद चल रहा था। पिछले साल जून में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हुए थे। अब तक दोनों देशों के बीच सैन्य कमांडरों की 11 बार हुई वार्ता में सिर्फ इतनी सहमति बनी कि दोनों देशों की सेना पैंगोंग झील के पास से पीछे हट गई। हालांकि इस इलाके में अब भी भारतीय सैनिक उस प्वाइंट तक गश्त नहीं कर पा रहे हैं, जहां तक अप्रैल 2020 से पहले कर रहे थे। Read also Tokyo Olympics : भारत की पूजा रानी पदक से नीचे, टोक्यो ओलंपिक मुक्केबाजी में क्वार्टर फाइनल से बाहर बहरहाल, बताया गया है कि भारत और चीन के बीच मोल्डो में कमांडर स्तर की वार्ता शनिवार को सुबह ठीक साढ़े 10 बजे शुरू हुई और शाम तक चली। बताया जा रहा है कि इस वार्ता से सकारात्मक नतीजे निकलने की उम्मीद है। भारत को हॉट स्प्रिंग और गोगरा में सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है। गौरतलब है कि 11वें दौर की वार्ता के बाद बातचीत बंद हो गई थी। साढ़े तीन महीने से ज्यादा समय के बाद 12वें दौर की वार्ता हुई है। Read also  OMG ! यहां है शादी के बाद 3 दिनों तक ‘टॉयलेट’ नहीं जा सकते कपल … इससे पहले 11वें दौर की सैन्य वार्ता नौ अप्रैल को एलएसी पर भारत की ओर चुशुल सीमा बिंदु पर हुई थी और यह बातचीत करीब 13 घंटे तक चली थी। पिछले दिनों विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में चीन के विदेश मंत्री के साथ दोपक्षीय वार्ता की थी। जयशंकर ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी से कहा था कि पूर्वी लद्दाख में मौजूदा स्थिति का लंबे समय से इसी तरह बने रहने से दोनों देशों के संबंधों पर नकारात्मक असर हो रहा है। उसके बाद ही 12वें दौर की वार्ता की तैयारियां हुईं और शनिवार को वार्ता हुई। India china border dispute
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