अहमदाबाद। गुजरात में रविवार की शाम को एक बड़ा हादसा हो गया, जिसमें कम से कम 35 लोगों की जान चली गई है। मगर सुबह तक संख्या बढ़ती हुई है। मरने वालों का आँकड़ा सौ से पार है। गुजरात के मोरबी में रविवार शाम करीब साढ़े छह बजे मच्छू नदी पर बना झूलता हुआ पुल टूट गया, जिससे सैकड़ों लोग नदी में गिर गए। बताया जा रहा है कि जिस समय पुल टूटा उस समय चार सौ के करीब लोग पुल पर मौजूद थे। यह पुल हाल में ही नवनिर्माण के बाद आवागमन के लिए खोला गया था। मोरबी के पूर्व भाजपा विधायक कांति अमृतिया ने रात नौ बजे के करीब बताया कि हादसे में अब तक 60 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। इनमें 10 से ज्यादा बच्चे भी शामिल हैं।
हालांकि गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने सात लोगों की मौत और 70 लोगों के अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी दी। मोरबी के भाजपा विधायक और राज्य सरकार के मंत्री ब्रिजेश भाई मेरजा ने बताया कि 35 लोगों के शव नदी में से निकाले गए हैं। मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है क्योंकि नदी के पानी में धार भी था, जिसमें कुछ लोग बह गए होंगे। देर रात तक एक सौ लोगों के लापता होने की खबर थी। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत व बचाव कार्य में लगी हैं।
गौरतलब है कि यह पुल अंग्रेजों के जमाने का है और ऐतिहासिक संरक्षित पुल है। पिछले छह महीने से यह पुल मरम्मत के लिए बंद था। करीब दो करोड़ रुपए की लागत से इसके मरम्मत का काम पूरा किया गया था और दिवाली के एक दिन बाद यानी 25 अक्टूबर को इसे आम लोगों के लिए खोला गया था। बताया जा रहा है कि पुल की क्षमता एक सौ लोगों की है लेकिन रविवार को छुट्टी की वजह से चार सौ से ज्यादा लोग पुल पर इकट्ठा हो गए थे।
हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने दुख जताया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने घटना पर दुख जताते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं से राहत व बचाव कार्य में शामिल होने के लिए कहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से घटना की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के लिए चार-चार लाख रुपए की राहत राशि का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री राहत कोष से दो- दो लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की गई है। घायलों को 50-50 हजार रुपए दिए जाएंगे।