नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र का पहले चरण सोमवार को पूरा हो गया और उसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। एक महीने के अवकाश के बाद 13 मार्च से फिर बजट सत्र शुरू होगा। सोमवार की कार्यवाही के बाद दोनों सदन 13 मार्च तक स्थगित हो गए। बजट सत्र के पहले चरण में संसद की कार्यवाही अदानी समूह पर हंगामे की भेंट चढ़ गई। विपक्ष कई दिन तक इस पर चर्चा और इसकी जांच जेपीसी से कराने की मांग करता रहा, जिससे संसद की कार्यवाही नहीं चल सकी।
सत्र के पहले चरण के आखिरी दिन भी राज्यसभा में अदानी समूह पर आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर विपक्ष के सांसदों ने जेपीसी की मांग को लेकर हंगामा किया। इसकी वजह से उच्च सदन को स्थगित करना पड़ा। राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने सभापति पर दबाव में काम करने का आरोप लगाया। इस पर सभापति जगदीप धनखड़ भड़क गए। उन्होंने कहा- विपक्ष के नेता, आपने इतनी बार संकेत दिया है कि अध्यक्ष दबाव में काम कर रहे हैं। ये शब्द डिलिटेड हैं। आप सदन के पटल पर बने रहने के अपने अधिकार का हनन कर रहे हैं। हर बार आप कह रहे हैं कि अध्यक्ष दबाव में काम कर रहे हैं।
उधर लोकसभा सचिवालय ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को नोटिस जारी किया है। सचिवालय ने बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी के विशेषाधिकार हनन के नोटिस पर राहुल गांधी से जवाब मांगा है। लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी से कहा है कि 15 फरवरी तक इस नोटिस पर जवाब दाखिल करें। राहुल को लोकसभा में नोटिस पर कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रतिकिया दी। उन्होंने कहा- राहुल गांधी ने संसद में जो कुछ भी कहा था वह पहले से पब्लिक डोमेन में है, जो सभी लोग बोलते-लिखते हैं वही बात उन्होंने कही है। इसमें कुछ भी असंसदीय नहीं है। इसलिए वह उसी हिसाब से नोटिस का जवाब देंगे।
बहरहाल, बजट सत्र का दूसरा चरण 13 मार्च से शुरू होगा, जो छह अप्रैल तक चलेगा। दूसरे चरण में संसद के दोनों सदनों में वित्त विधेयक पर चर्चा की जाएगी, जिसके बाद विधेयक को दोनों सदनों से पास कराया जाएगा। 31 जनवरी से छह अप्रैल तक कुल 66 दिनों में कुल 27 बैठकें होनी है। सत्र का पहला चरण 31 जनवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण से शुरू हुआ था और उसके अगले दिन बजट पेश किया गया।